पेश है उनकी फिल्म 'बॉस' को लेकर उनके साक्षात्कार के कुछ अंश-
आपकी नई रिलीज़ फिल्म सिंगल स्क्रीन पर राज कर रही है, कैसा महसूस हो रहा है।
इस काफी प्रतिक्रियाएं मिल रही है। मैं बहुत खुश हूँ कि हमने जो मेहनत की थी उसका मनचाहा फल हमें मिल गया है। अगर आपने फिल्म देखी है, तो आपको ये अहसास होगा कि फिल्म के चरित्रों को लोगों के द्वारा पसंद किया जा रहा है। वह दिल से एक अच्छा इंसान है। उसका सेंस ऑफ़ ह्यूमर बहुत अलग है, और वह अपना ही स्टाइल स्टेटमेंट अपने ही अंदाज में बनाता है। मुझे लगता है, कि यह वे गुण है, जो दर्शकों से जुड़े है। मुझे नहीं लगता, कि दर्शकों के बीच अंतर करना ठीक होगा। मुझे लगता है, कि सभी दर्शक फिल्म देखने आते है, जो उनका मनोरंजन करती है। फिर चाहे वह सिंगल स्क्रीन हो या मल्टीप्लैक्स।
आप अपने किरदार में पूरी तरह से डूबे नज़र आ रहे है, जिस से साफ़ पता चलता है कि आप उसका पूरा लुत्फ़ उठा रहे है।
जब आप उसका लुत्फ़ उठाते है, जो आप कर रहे है, तो वह स्क्रीन पर भी दिखता है। फिल्म 'बॉस' की सारी शूटिंग के दौरान यहाँ तक कि उस समय भी जब मैं फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ रहा था, चरित्र की बाराकियों ने मुझे अचंभे में डाल रखा था। कि इसके इतना मजेदार होने का क्या कारण था। मेरा मतलब है, कि यह एक ऐसा लड़का है जिसे फाइट के मूड में आने के लिए म्यूजिक की जरुरत पड़ती है। उसके पास अपनी खुद की चियरलीडर्स है, जो उसका साथ देती है। वह ट्रक के ऊपर जॉग करता है। ये सभी नए आयाम थे जिन्हें हमारे लेखक ने इस चरित्र में जोड़ा था।
'बॉस' जिस पर आधारित है, ये सभी पहलु मलयालम फिल्म का हिस्सा नहीं थे।
ईमानदारी से, हमने मलयालम फिल्म 'पोक्किरी राजा' से केवल शुरुआती शैली को उठाया था। बाकी सारा कुछ बदल दिया गया था। इसमें पूरे का पूरा स्क्रीनप्ले बदल दिया गया था। यह विचार एक बेहद भावुक विचारधारा पर आधारित, जिसे समकालीन और पोलिश कर के प्रस्तुत किया गया था। मैं महसूस करता हूँ कि हम इसे दिखाने में कामयाब भी हुए है। फिल्म उस संबंध में एक तरीके से पूरा पारिवारिक मनोरंजन है।
फिल्म के संग्रह के बारे में बात करते है, यह पहले से ही घोषित हो चुका है, कि यह दुनिया भर में एक सबसे बड़ी शुरुआत थी?
मैं इस प्रतिक्रिया के लिए बेहद विनम्र महसूस कर रहा हूँ। यह बहुत बड़ी बात है, कि फिल्म को लंदन और दुबई में भी उसी तरीके से पसंद किया जा रहा है, जिस तरह से भारत में। इसका मतलब है, कि इस फिल्म ने सारी सीमाओं और बाधाओं को अलग कर दिया है।
फिल्म के डायलॉग्स को काफी सारी तालियाँ और सीटियाँ मिली है, क्या आप ने यह आशा की थी?
मुझे सुखद आश्चर्य हो रहा है कि हमारा इरादा नहीं था कि इसे डायलॉग्स से भरपूर फिल्म बनाया जाए। मुझे लग रहा हैं कि फिल्म के चरित्र ने इतने अच्छे से काम किया है, कि हर एक डायलाग एक पंचलाइन की तरह है। मैं भी कुछ दिनों पहले फिल्म को दर्शकों के साथ ही देख रहा था और कई बार दर्शक पर्दे पर आने से पहेल ही लाइन को बोल देते थे। यह एक अभिनेता के लिए परम संतुष्टि की बात है।
क्या आप फिल्म की शुरुआती प्रतिक्रिया से खुश है?
यह बहुत अच्छी बात है, कि हमने फिल्म को बुधवार को रिलीज़ किया। यह एक पार्ट-टाइम लीव थी, और हमने कुछ बेहद अच्छे नंबर्स किये थे। फिल्म ने सिंगल स्क्रीन पर इस दिन के साथ-साथ अगले दिन भी स्थिरता से रॉक किया। हालाँकि फिल्म के स्कोर के बारे में अभी से टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी होगी। लेकिन मैं बहुत खुश हूँ। यह वही है जिसके लिए हम सभी प्रयास करते है।
बॉस' विदेशी फ़िल्मी बाजार में भी आपकी सबसे बड़ी फिल्म है?
हाँ, इसे सभी बाजारों में काफी प्रतिक्रियाओं मिल रही है। यह वास्तव में एक सुखद अनुभव है। यह दूसरी सिर्फ मसाला फिल्मों की तरह नहीं है। इसमें सभी भावुक भागफल है। 'बॉस' चतुर और शैलीकृत पारिवारिक मनोरंजक फिल्म है। इसका एक्शन काफी चालाकी वाला है। यह एक कमर्शियल और मेनस्ट्रीम फिल्म है, जिसे पोलिश कर के प्रस्तुत किया गया है। मुझे लगता है कि यही कारण है कि यह सभी जगह लोगों को आकर्षित करती है।
फिल्म को गैर पारंपरिक बाज़ार जैसे पनामा, पेरू और डेनमार्क में भी रिलीज़ किया गया है, क्या आप विदेशी प्रतिक्रिया से खुश है?
मैं प्रतिक्रिया से बहुत खुश हूँ। यूके में 'बॉस' अपने साथ रिलीज़ हुई सिरे की 10 फिल्मों में शामिल थी। वहीं संयुक्त अरब अमीरात में, इसने कुछ ऐतिहासिक संख्या हांसिल की है। वहीं मैंने सुना है कि ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस और सभी गैर परंपरागत बाजारों में भी इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, जैसा कि आपने भी पूछा है। यह एक अच्छा संकेत है, क्योंकि यह सभी हिंदी फिल्मों की बढती हुई तरक्की की और इशारा करता है।
आपने 400 के करीब वफादार फैन्स के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग की थी, इसका अनुभव कैसा था?
यह अविश्वसनीय था। वे देश के कौने-कौने से फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के लिए आए थे। उन्होंने मुझ पर हमेशा अपना प्रेम और स्नेह लुटाया है। फिल्म की स्क्रीनिंग पर उन सभी को देखना अवास्तविक सा था। वे फिल्म के हर हिस्से पर चिल्ला रहे थे, नाच रहे थे और आनंद ले रहे थे। यहाँ तक कि उन में से कुछ मेरे लिए हाथों से बने तौफे भी लेकर आए थे। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ कि मैं उन सभी से बहुत प्रेम करता हूँ।
'बॉस' भी शायद सामान्य रूप से आलोचकों द्वारा सर्वोच्च श्रेणी में निर्धारित 'मसाला' फिल्म है? आप इस बारे में क्या कहना चाहते हैं?
इस तरह के शब्दों, प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।