'शोले' 3 डी के ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर जब सलीम खान से उनके नवाब जादे और शाहरुख खान के बीच के संबंधों को लेकर प्रश्न पूछे गये तो उनका जवाब यही था कि ये दोनों प्रतिद्वंदी है, इन दोनो के बीच शिष्टाचार तो हो सकता है, लेकिन प्रेम नहीं।
सलीम खान कहते है, ये संभव ही नहीं है कि दो प्रतिद्वंदियों के बीच एक दूसरे के काम की तारीफ़ हो या एक की कामयाबी से ख़ुशी हो।
वह आगे कहते है, "वे अब बड़े हो चुके है, और अपनी मर्जी के मालिक है। ऐसा होता है। लेकिन दो प्रतिद्वंदियों के बीच प्रेम नहीं हो सकता। ऐसा सिर्फ संत लोग ही कर सकते है।"
सलीम कहते है, "अगर शाहरुख की फ़िल्म अच्छा काम करती है, तो सलमान उसका जश्न नहीं मनाएंगे। दिलीप कुमार और देव आनंद ने अपने बीच में सांमजस्य बनाए रखा था, लेकिन ये बच्चे बहुत बेसब्र है। वे छोटी-छोटी बातों का बुरा मान जाते है, लेकिन प्रतिद्वंद्वियों के बीच शिष्टाचार तो होना ही चाहिए।"
वैसे सलीम खान आज कल अपने लेखन साथी जावेद अख्तर के साथ समझौता को लेकर चर्चा में। दोनों की एक लंबे वक़्त के बाद फिर से दोस्ती हो गई है, और ऐसा हुआ है, 'शोले' फ़िल्म के 3डी वर्जन के ट्रेलर के लॉन्चिंग अवसर पर। इन दोनों ने साथ में फ़िल्म 'जंजीर', 'शोले', 'दिवार' और 'मिस्टर इंडिया' की कहानी लिखी थी लेकिन इसके बाद ये दोनों अलग हो गये थे।