इस बारे में पूछे जाने पर चंद्रा ने कहा, "मैं इन सब बातों के लिए चर्चा में नहीं रहना चाहती। मैं अपनी बेहतर छवि को इन बातों से खराब नहीं करना चाहती कि अभी मैं किससे मिलती हूं और किससे मेरा झगड़ा हुआ है।" चंद्रा 'ट्रैफिक सिग्नल' और 'गरम मसाला' जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं।
चंद्रा ने कहा, "मेरे पहले मंचीय नाटक को इन सब तिकड़मबाजियों की जरूरत नहीं है। मेरे नाटक की प्रस्तुति में बेंजामिन गिलानी, कुणाल कपूर, ओम पुरी, निदा फाजली, जावेद सिद्दीकी और गोविंद निहलानी जैसी थियेटर से जुड़ी हस्तियां मौजूद थीं। उनके बारे कोई क्यों नहीं लिखता।"
चंद्रा नाटक में 'उमराव जान' की भूमिका के लिए मिली प्रतिक्रिया और प्रशंसा को लेकर बेहद उत्साहित भी हैं। नाटक का मंचन इस सप्ताह की शुरुआत में हुआ था।
उन्होंने कहा, "अभी नाटक के दो मंचन हुए हैं, दोनों हाउसफुल रहे। यह मेरा पहला नाटक है और प्रतिक्रिया भावविभोर कर देने वाली हैं। मुझे 'उमराव जान' का प्रस्ताव तब मिला, जब मुझे सबसे ज्यादा जरूरत थी। नाटक की लेखिका, निर्माता और रिलायंस की रचनात्मक प्रमुख पूर्वा नरेश का शुक्रिया। उन्होंने मुझे मेरे पहले नाटक में मेरे सपनों का किरदार निभाने का अवसर दिया।"
नीतू को इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि नाटक का ऐतिहासिक पक्ष बेहतरीन तरीके से मंच पर दर्शाया गया।
उन्होंने कहा, "यह आज की युवती की सोच को दर्शाता है। मैं पूरे विश्व में इस नाटक का मंचन करना चाहती हूं। नाटक 'उमराव जान' मात्र दो घंटे के समय में एक युवती की पूरी जीवन यात्रा को दर्शाता है। यह हर युवती की कहानी है, चाहे वह किसी भी दौर में जन्मी हो।"