पेश हैं सनी से उनकी फिल्मों और निर्देशन के बारे में बातचीत के कुछ अंश-
सनी कहते है, "मैं एक फ़िल्म का निर्देशन करने के लिए बहुत बैचेन हूँ। मेरे अंदर एक निर्देशक है, जो बेहद बैचेनी के साथ कुछ चाहता है। लेकिन मैं अभी इसे रोके हुए हूँ फ़िल्म का विषय कुछ भी हो सकता है जो मुझे पसंद आएगा।"
वह अपनी फ़िल्म 'सिंह साहब द ग्रेट' के लिए कहते है, "कुछ सालों के बाद मैं एक सोलो फ़िल्म कर रहा हूँ। मैं इस फ़िल्म के लिए बहुत उत्साहित हूँ, कि यह अच्छा काम करे। यह फ़िल्म ही निश्चित करेगी कि कल मुझे क्या करना है।
सनी फ़िल्म के विषय में बोलते हुए कहते है, "मैं फ़िल्म के विषय में बहुत विश्वास करता हूँ, जैसे कि मैंने और शर्मा जी और मैंने हमेशा अच्छी फ़िल्में बनाई है। वह आगे कहते हैं कि वह अनिल शर्मा के साथ अच्छी केमिस्ट्री रखते है। साथ ही वह यह भी कहते है कि शर्मा जी हमेशा ऐसी कहानी ही लेकर आते है जो मुझे पसंद होती है। साथ ही हम हमेशा एक दूसरे को चुनौती भी देते रहते है। क्योंकि वे हमेशा ऐसे विषय लेकर आते है जो चुनौती पूर्ण हो।
फ़िल्म के कुछ दृश्यों को जेल में फिल्माया गया था। सनी कहते है, "फ़िल्म के कुछ सीन जेल में फिल्माए गये थे। जहाँ का माहौल बेहद भयानक था और जेल से बाहर आकर उन्हें बहुत राहत मिली। यह वह जगह थी जहाँ कोई नहीं रहना चाहेगा।"
सनी आगे कहते है, "प्रत्येक अभिनेता वही कर रहा है, जिस से उसे सफलता मिले। 'सिंह साहब द ग्रेट' एक ऐसी फ़िल्म है जो बहुत नाटकीय और पूर्ण है। जिसके कारण मैं इसे कर रहा हूँ। यहाँ मेरी कुछ ही फ़िल्में है, जो इसके बाद आ रही है और साथ ही जो एक दूसरे से बिलकुल अलग है। वह आगे कहते है कि अब मैं 'आई लव न्यू इयर' करूँगा जो फ़िल्म मेरे स्वभाव से बिलकुल अलग होगी। इसके अलावा मैं ''मोहल्ला अस्सी' में एक संस्कृत के अध्यापक का किरदार निभा रहा हूँगा।
सनी अपनी पिछली फ़िल्म का ज़िक्र करते हुए कहते है कि इसके पहले मैंने एक कॉमेडी फ़िल्म भी की थी। मैं सभी शैलयों में काम कर रहा हूँ। वहीँ इसके अलावा सनी अपनी पुरानी फ़िल्म 'घायल' (1990) के सीक्वल में भी काम कर रहे है। 'घायल-2' के बारे में सनी का कहना है कि यह एक ऐसी फ़िल्म है, जिसके बनाने का मैं बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूँ। लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि इस मामले में मेरी तक़दीर खराब क्यों है। जब मैंने पहली बार प्रोमो के साथ शुरुआत करने की कोशिश की तभी कुछ गलत हो गया था।
अपनी फ़िल्म घायल के बारे में सनी का कहना है, "दूसरी बार भी मेरा घायल को लेकर प्रयास सफल नहीं हो सका था। अब मैं ये तीसरी बार कोशिश कर रहा हूँ और अब मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं बोल सकता। हालाँकि फ़िल्म की कहानी तय हो गई है। यह पहली बार हो रहा है जब एक लोकप्रियता से शर्माने वाले अभिनेता अपनी फ़िल्म को प्रोमोट करने के लिए अलग-अलग योजनाए बना रहे है।
सनी को लगता है कि फ़िल्में बनाना दिन पर दिन महंगा होता जा रहा है। साथ ही उन्हें ये भी लगता हैं कि फ़िल्म के लिए आलोचनाए और रेटिंग कठोर नहीं होनी चाहिए इस से फ़िल्म निर्माता को तकलीफ होती है।
वह कहते है, "फ़िल्म बनाना बहुत महंगा मामला होता है। इसीलिए मैं अपने सभी पत्रकार भाइयों से ये प्रार्थना करता हूँ कि आलोचनाओं के लिए थोड़े उदार हो जाइये। क्योंकि इसमें लगा हुआ फ़िल्म निर्माताओं, निर्देशकों और क्रू सदस्यों की मेहनत और पैसा सभी कुछ दांव पर लगा होता है। मुझे नहीं लगता कि किसी फ़िल्म के लिए स्टार या रेटिंग का सिस्टम होना चाहिए।