फ़िल्म 6 दिसंबर को रिलीज हो रही है, लेकिन कहा जा रहा है, कि शाहिद कपूर इस फ़िल्म के प्रिव्यू से पहले फ़िल्म को अपने पिता पंकज कपूर और सोनाक्षी के पिता सत्रुघन सिन्हा को दिखाना चाहते है।
इसी बारे में फ़िल्म से जुडी इन तीन महत्वपूर्ण हस्तियों से मिड-डे ने साक्षात्कार कर जानकारी हांसिल की, पेश है इसी साक्षात्कार के कुछ अंश- प्रभु देवा: शाहिद हर किसी सवाल का घुमा-फिरा कर लंबा जवाब देना पसंद करते है। मेरे लिए सिर्फ दो शब्द ही काफी है। जब एक लेखक कहानी को सुनाता है, तो मैं कहता हूँ कि बस मुझे कुछ एक ही लाइन सुना दो मैं उसी से ही समझ जाउंगा।
शाहिद: लेकिन सिर्फ दो शब्दों में सब कुछ नहीं बताया जा सकता। कुछ प्रश्नों को लम्बे सवालों की जरुरत होती है।
प्रभु देवा: भगवान का शुक्र है, कि आप एक अध्यापक नहीं है। मुझे सच में नहीं पता कि आपने अपने छात्रों का क्या किया होता।
शाहिद: केवल एक प्रोमोशन का ही समय होता है, जब मैं प्रभु देवा की बातें सुन रहा होता हूँ। सेट पर वह हद से भी ज्यादा चुप रहते है। वह बहुत तेजी से काम करते है, और अभिनेता को बिलकुल वही हावभाव बताते है, जो वह उनसेकरवाना चाहते है। साथ ही वह एक-एक मिनट का ध्यान रखते है कि किस पल क्या करना है, यहाँ तक कि भवें कितनी उठानी है। मैं पहली बार उनके साथ काम कर रहा हूँ, इसीलिए मुझे ये समझ आ रहा हैं कि वह इतनी तेजी से शूट क्यों करते है। इसमें उनके दक्षिण में काम करने का असर है। जब वह सेट पर होते है, तो वह पूरी तरह से तैयार होते है। वहाँ बिलकुल भी बर्बाद करने का समय नहीं होता। लेकिन साथ ही यह भी होता है कि इसका अभिनेता के ऊपर भी कोई दबाव नहीं होता। उसे भी ये पता होता है, कि वह चाहते क्या है।
प्रभु देवा: जब तर्क शुरू होता है, तो जादू ख़त्म हो जाता है। मैं उन्हें वास्तविक जीवन में भी बताता हूँ, कि यदि लोग आपको पुकारते हैं और आप उसका जवाब देते है, तब भी बढ़ा चढ़ा के मत दिखाओ बल्कि सामान्य रहो।
सोनाक्षी: मैंने उनके साथ पहले भी 'राऊडी राठौर' में काम किया है। इसीलिए मैं उनके काम करने के तरीके से पहले से ही वाकिफ हूँ। वह मुझे डांस सीखना वालों में से एक है। उन्होंने मुझे सिखाया कि इस तरह से डांस करो जैसे कि तुम्हे कोई भी नहीं देख रहा है। मुझे लगता है कि मैं एक जंगली की तरह डांस करती हूँ। हालाँकि जब मैं डांस करती हूँ मेरे बाल भी मेरे चेहरे पर बिखर जाते है। लेकिन प्रभु सर ने मुझे बताया कि खामियां भी ठीक है।
प्रभु देवा: मैं एक कोरियोग्राफर हूँ, इसीलिए मुझे एक अभिनेता या अभिनेत्री से डांस करवाना पड़ता है, फिर चाहे उसे आता हो या ना आता हो।लेकिन अगर अभिनेता शाहिद के जैसा अच्छा डांसर भी हो तो मैं उसे और भी मुश्किल डांस स्टेप दे देता हूँ।
शाहिद: वह एक बेहद साधारण सा स्टेप लेते हैं और इसे अपने तरीके से ट्विस्ट देकर अद्भुत्त बना देते है।
प्रभु देवा: इसीलिए एक गाने की पृष्ठभूमि भी महत्वपूर्ण है। 'साडी के फॉल' गाने को हमने गुजरात की नमकीन धरती पर शूट किया है। इस गाने के दौरान सिर्फ अभिनेताओं पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए था लेकिन गाने में जो बैकग्राउंड हैं वह भी आस्चर्यजनक रूप से काफी सुन्दर लगा है।
शाहिद: साधारण चीजों को असाधारण तरीके से लेकर असाधारण ही बना देना उनकी एक आदत है। 'आर... राजकुमार' में मैंने एक मवाली का किरदार निभाया है,जिसमें बहुत मुश्किल एक्शन भी है। जो मैं पहली बार कर रहा हूँ।
सोनाक्षी:यह भी एक प्रेम कहानी है।
प्रभु देवा: अगर आप देखे तो मेरी सारी फ़िल्में ही प्रेम कहानी है।
शाहिद: आप कैसे अपनी फिल्म में सोनाक्षी दोहराते रहते हो?
प्रभु देवा:ऐसा इसलिए क्योंकि आप पहले ही किसी दूसरे प्रोजेक्ट के साथ व्यस्त है।