इस साल 166 फिल्में रिलीज हुईं और पिछले साल हुई कुल 2,423 करोड़ रुपये की कमाई से इस साल अधिक कमाई हुई। ब्लॉकबस्टर फिल्मों की संख्या इस साल हालांकि पिछले साल के मुकाबले कम रही।
पिछले साल नौ फिल्में 100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई थीं, जिनमें शामिल थीं- 'अग्निपथ', 'हाउसफुल-2', 'राउडी राठौर', 'एक था टाइगर', 'बर्फी', 'जब तक है जान', 'सन ऑफ सरदार', 'बोल बच्चन' और 'दबंग-2'।
इस साल अब तक सिर्फ पांच फिल्में ही 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर सकीं, जिनमें शामिल हैं- 'ये जवानी है दीवानी', 'चेन्नई एक्सप्रेस', 'भाग मिल्खा भाग', 'कृष-3' और 'राम-लीला'।
मल्टीमीडिया कंबाइंस के राजेश थडानी ने बॉलीवुड के लिए 2013 को मिला-जुला बताया। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "2013 अच्छा साल रहा। बल्कि यह कहना ठीक होगा कि मिला-जुला साल रहा। कुछ बड़ी फिल्में और साथ ही कुछ औसत फिल्मों ने अच्छा प्रदर्शन किया।"
विश्लेषक कोमल नाहटा के मुताबिक, बॉलीवुड का कारोबार अब तक के हिसाब से बेहतर रहा है।
नाहटा ने कहा, "कृष-3' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसी कुछ बड़े बजट वाली फिल्में ने अत्यधिक अच्छा प्रदर्शन किया। विभिन्न श्रेणियों में विविध प्रकार की फिल्मों के साथ यह मिला-जुला वर्ष रहा। इस साल लगभग हर श्रेणी की फिल्में बनीं।"
थडानी ने कहा कि भले ही 100 करोड़ रुपये के क्लब में इस साल कम फिल्में शामिल हुईं, लेकिन इस साल का कलेक्शन बेहतर रहा।
उन्होंने कहा, "चेन्नई एक्सप्रेस' की 216 करोड़ रुपये की कमाई हुई। 'ये जवानी है दीवानी' की 185 करोड़ रुपये की कमाई हुई। 'कृष-3' की लगभग 200 करोड़ रुपये, 'भाग मिल्खा भाग' की 109 करोड़ और 'राम-लीला' की 110 करोड़ रुपये की कमाई हुई।" थडानी ने कहा, "2012 में 175 करोड़ रुपये और 200 करोड़ रुपये तक की कमाई नहीं हुई थी।"
जी7 मल्टिप्लेक्स और मराठा मंदिर के कार्यकारी निदेशक मनोज देसाई ने कहा कि 'राम-लीला' आश्चर्यजनक तरीके से 100 करोड़ रुपये के क्लब में प्रवेश कर गई।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि 2012 के मुकाबले 2013 बेहतर रहा। कई फिल्मों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। हमें राम-लीला के 100 करोड़ रुपये के क्लब में शामिल होने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन इसने बढ़िाया प्रदर्शन किया।"
विश्लेषकों के मुताबिक कई छोटे बजट की फिल्मों के लिए भी यह साल बेहतर रहा।
बिग सिनेमा के मुख्य संचालन अधिकारी आशीष सक्सेना ने कहा, "साल अच्छा रहा, लेकिन 2012 के मुकाबले 15-20 फीसदी कम रहा। मेरे खयाल से यह मिला-जुला वर्ष रहा। जहां तक छोटे बजट की फिल्मों की बात है, 'आशिकी-2', 'एबीसीडी-एनी बडी कैन डांस', 'स्पेशल 26' और 'ग्रांड मस्ती' ने काफी अच्छा कारोबार किया।
थडानी ने भी कहा कि छोटे बजट में चार फिल्मों का प्रदर्शन बेहद उम्दा रहा।
जानकार सूत्रों के मुताबिक 'आशिकी-2' ने 779 करोड़ रुपये, 'एबीसीडी' ने 36 करोड़ रुपये, 'काई पो चे' ने 49 करोड़ रुपये, 'फुकरे' ने 32 करोड़ रुपये, 'स्पेशल 26' ने 67 करोड़ रुपये, 'चश्मेबद्दूर' ने 42 करोड़ रुपये, 'मद्रास कैफे' ने 40 करोड़ रुपये और 'गो गोवा गोन' ने 25 करोड़ रुपये कमाए।
2013 संक्षेप में :
- अब तक करीब 166 फिल्में रिलीज।
- 'चेन्नई एक्सप्रेस' को सर्वाधिक 216 करोड़ रुपये की कमाई।
- 2013 में अब तक पांच फिल्मों ने 100 करोड़ रुपये के क्लब में प्रवेश किया है।
- क्षेत्र के जानकारों के मुताबिक 2013 अब तक मिला-जुला रहा।
- छोटे बजट की फिल्मों ने काफी अच्छा कारोबार किया, लेकिन पिछले वर्ष जैसा नहीं।
- आमिर खान की 'धूम-3' से काफी अच्छी उम्मीदें।