इस मौके पर दरगाह के खादिम (पुजारी) ने बताया कि कैट ने इस दौरान दरगाह का दौरा भी किया जिसमें उनके साथ खादिम नाम के पुजारी ज़ियारात के लिए क़ब्र तक उनके साथ गए। आगे वह कहते है कि कैट नियमित रूप से अपनी फिल्में रिलीज़ होने से पहले अजमेर शरीफ का दौरा करती हैं। इस से पहले भी वह 2007 में अपनी फ़िल्म 'नमस्ते लंदन' के दौरान यहाँ आई थी।