आमिर ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में यहां कहा, "आज तक मैंने पैसों के लिए काम नहीं किया और यही मेरी बड़ी ताकत है।" आमिर ने अपनी हालिया प्रदर्शित फिल्म 'धूम3' की सफलता के लिए दर्शकों का धन्यवाद किया।
आमिर ने अपने 25 सालों के फिल्मी करियर में हमेशा फिल्मों, किरदारों और शैलियों के साथ प्रयोग किया है। एक प्रेमी से लेकर शिक्षक, गांव के युवक और अब एक खलनायक तक के किरदार आमिर निभा चुके हैं। आमिर के लिए सबसे बड़ी बात अपनी फिल्मों से भावनात्मक जुड़ाव है, उसके बाद ही वह फिल्म को अपनी रजामंदी देते हैं।
आमिर ने कहा, "ऐसा नहीं है कि मुझे पैसों की जरूरत नहीं है। हम सबको पैसे की जरूरत है और मेरे हिसाब से मैं सबसे कम मेहनताना पाता हूं। कम से कम दूसरों की तुलना में मैं बहुत कम कमाता हूं। लेकिन फिर भी मैं खुश हूं क्योंकि मैं वही करता हूं, जो मेरा दिल कहता है।"
आमिर ने 'दिल चाहता है' 'जो जीता वही सिकंदर' 'हम हैं राही प्यार के' 'राजा हिंदुस्तानी' और 'सरफरोश' जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय की छाप छोड़ी। साल 2001 आमिर के करियर का महत्वपूर्ण मोड़ था जब उन्होंने 'लगान' और 'दिल चाहता है' में काम किया था।
उसके बाद आमिर ने 'रंग दे बसंती' 'फना' 'गजनी' 'थ्री इडियट्स' और 'धोबी घाट' में काम किया। 2007 में आई फिल्म 'तारे जमीं पर' का निर्देशन और उसमें अभिनय भी किया।
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आमिर को किसी विशेष मुद्दे और विषय पर फिल्म बनाने के लिए जाना और सराहा जाता है।