कहा गया, "कम खाने की वजह से वह कमजोर हो गई हैं। उनकी आहार थैरेपी बढ़ा दी गई है। दो फेफड़ा रोग विशेषज्ञ उनका इलाज कर रहे हैं।"
सेन को सांस की दिक्कत होने पर 3 जनवरी को वेंटीलेटर पर रखा गया था।
विशेषज्ञों के मुताबिक, उनकी सांस की नली का संक्रमण नियंत्रण में है, हालांकि यह उनकी सेहत के लिए अभी भी नुकसानदेह है।
82 वर्षीया अभिनेत्री 23 दिसंबर से यहां नर्सिग होम में फेफड़े के संक्रमण का इलाज करा रही हैं। 28 दिसंबर की रात अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सेन को 'दीप ज्वले जाइ' और 'उत्तर फाल्गुनी' सरीखी बंगाली फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। वह हिंदी फिल्म 'देवदास', 'बंबई का बाबू' और 'ममता' में भी अभिनय कर चुकी हैं।