मंडल ने आईएएनएस से कहा, "जब तक उन्हें बाहरी ऑक्सीजन दिया जा रहा है, उन्हें खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता।"
सुचित्रा सेन की गंभीर हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी अस्पताल पहुंचीं और उनका हालचाल जाना।
अस्पताल की ओर से जारी नवीनतम विज्ञप्ति के अनुसार, बाहरी ऑक्सीजन पर उनकी निर्भरता पहले की तरह बनी हुई है।
विज्ञप्ति में कहा गया, "नेबुलाइजेशन, गैर इनवेसिव वेंटीलेशन और फिजियोथेरेपी जैसी सहायक चिकित्सा पहले की ही तरह जारी है।"
82 वर्षीया सुचित्रा सेन 23 दिसंबर से इस नर्सिग होम में फेफड़े के संक्रमण का इलाज करा रही हैं। 28 दिसंबर की रात अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते उन्हें 3 जनवरी को वेंटीलेटर पर रखा गया।
उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनसे मिलने नर्सिग होम पहुंचीं।
बनर्जी ने नर्सिग होम से निकलते समय कहा, "मैं उनसे मिली। वह सो रही हैं।"
सुचित्रा को 'दीप ज्वले जाइ' और 'उत्तर फाल्गुनी' सरीखी बांग्ला फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। वह हिंदी फिल्म 'देवदास', 'बंबई का बाबू' और 'ममता' में भी अभिनय कर चुकी हैं।