चिकित्सकों ने शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद लगाई गई अंत: श्वासनली दिन के दौरान हटा दी थी।
विज्ञप्ति में बताया गया, "टीम सदस्यों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद उनकी अंत:श्वासनली हटा दी गई। ई.टी. हटाने के बाद से उनकी ऑक्सीजन संतृप्तता संतोषजनक है। हालांकि, उनकी हालत स्थिर है लेकिन वह गंभीर रूप से बीमार हैं।"
सेन की देखरेख में लगी सात सदस्ययी टीम के सदस्य सुब्रत मैत्रा ने बताया कि नली हटाने से पूर्व उनके परिवार से इजाजत ली।
मैत्रा ने कहा, "हम नली हटाने से पड़ने वाले असर को लेकर थोड़े चिंतित थे। लेकिन नली हटाने के डेढ़ घंटे बाद उनकी ऑक्सीजन संतृप्तता का स्तर संतोषजनक है। इसलिए प्राथमिक चरण में हमारा कदम सफल रहा।"
सेन 23 दिसंबर से यहां फेफड़े के संक्रमण का इलाज करा रही हैं।
सेन (82) को 'दीप ज्वले जाइ' और 'उत्तर फाल्गुनी' सरीखी बांग्ला फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। वह हिंदी फिल्म 'देवदास', 'बंबई का बाबू' और 'ममता' में भी अभिनय कर चुकी हैं।