बांग्ला फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री सुचित्रा सेन की स्थिति अब भी खतरे से बाहर नहीं है। सांस की गंभीर समस्या के कारण उन्हें पिछले साल दिसंबर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इंटेंसिव थेरेपी यूनिट में उनका इलाज किया जा रहा है। अस्पताल के एक चिकित्सक ने मंगलवार को बताया ऑक्सीजन संतृप्तता के स्तर में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है। सुचित्रा के सीने की फिजियोथेरेपी भी की जा रही है, जिसका उन्हें लाभ मिल रहा है। इस समय उनको नॉन-इंवेसिव वेंटिलेशन के सहारे की जरूरत नहीं है, उन्हें नेजल ट्यूब के जरिये ऑक्सीजन दिया जा रहा है।
बेली व्यू क्लिनिक में सुचित्रा की देखरेख कर रहे चिकित्सकों की टीम में से एक चिकित्सक सुबीर मंडल ने आईएएनएस को बताया, "जब तक उन्हें ऑक्सीजन के सहारे रखे जाने की जरूरत पड़ेगी उन्हें खतरे से बाहर नहीं बताया जा सकता। आज से वह सामान्य तरीके से खाना खा सकेंगी, हम इस पर विचार कर रहे हैं।"
सुचित्रा को तीन सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें ट्यूब के माध्यम से खाना दिया जा रहा था।
सुचित्रा की बेटी मुनमुन सेन उनके दामाद और उनकी दोनों नातियां अभिनेत्री रिया सेन और राइमा सेन उनके साथ नर्सिग होम में मौजूद हैं।
सीने में संक्रमण की शिकायत के बाद सुचित्रा को पिछले 23 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद 28 दिसंबर को उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी।
सेन ने 'दीप ज्वेले जाई' और 'उत्तर फाल्गुनी' जैसी मशहूर बांग्ला फिल्मों और हिंदी फिल्म 'देवदास' 'बंबई का बाबू' 'ममता' और 'आंधी' में काम किया है।
Wednesday, January 15, 2014 15:10 IST