सूत्रों के अनुसार, "सेंसर बोर्ड ने तो फिल्म रिलीज से पहले ही अरशद वारसी के चकले में जाने के दृश्य को हटाने के आदेश दिए थे, लेकिन फिल्म ने बोर्ड के आदेश को अमान्य किया। जब बोर्ड के किसी सदस्य ने फिल्म प्रीमियर के दौरान देखा कि वो सीन फिल्म से हटाया नहीं गया है तो इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक ने फिल्म के निर्देशक के साथ ये फिल्म देखी और निर्माता से उस दृश्य को हटाने की बात कही। "
इस बारे में फिल्म से जुड़े एक सूत्र का कहना हैं कि ऐसा कुछ तकनीकी कारणों से हुआ। लेकिन बाद में टीम ने अपनी गलती मानी और फिल्म से उस सीन को हटाने के लिए तैयार हो गए।