एक साक्षात्कार के दौरान हुमा ने कहा, "मैं खुश हूं कि मुनिया के रूप में मेरी भूमिका को काफी सराहा गया। ये मेरे दिल के बेहद करीब है और ये बेहद जटिल भूमिका थी। फिल्म की रिलीज से पहले मैं काफी घबराई हुई थी।'फिल्म में हुमा ने मुनिया का किरदार निभाया है जो आत्मविश्वास से भरपूर बेगम पारा की सहयोगी है। बेगम पारा का किरदार माधुरी दीक्षित ने निभाया है। "
साथ ही वह यह भी कहती है कि शुरू में इतने अनुभवी अभिनेताओं के साथ काम करने में शुरू तो उन्हें बहुत डर लगा था। लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि नसीर भी मौज मस्ती करने वाले बेहद जिंदादिल कलाकार है।
हुमा कहती है, "वे हुनर का खजाना हैं। वे एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्हें देखकर सीखा जा सकता है। ऐसे महान कलाकार के साथ काम करके मैं काफी सम्मानित हुई। शुरू में मैं डरी हुई थी क्योंकि काफी सारे संवाद उर्दू में थे। मैं यही सोच रही थी कि कहीं मैं उनके सामने अपने अल्फाज गलत तरीके से न बोल दूं तब मुझे बेहद शर्मिंदा होना पड़ेगा.. लेकिन शुक्र है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ।"
हुमा ने नसीरुद्दीन की तारीफ करते हुए कहा, "वे काम के वक्त बहुत मौज मस्ती करते हैं और दिल से अभी भी जवां हैं। वे बेहद हाजिर जवाब और मृदुभाषी हैं। लेकिन दुख की बात ये है कि फिल्म में उनके साथ मेरे बहुत कम दृश्य थे। युवा अभिनेत्री ने कहा कि माधुरी के साथ काम करना किसी सपने के साकार होने जैसा है।