प्रियंका कहती है, "मुझे लगता हैं कि ये थोड़ी बहुत चेतना ही हैं कि मैं एक ही चीज को बार-बार करने से थक जाती हूँ। मेरी फिल्मों में भी मेरे किरदार बिलकुल अलग-अलग होते है। ''अग्निपथ', 'बर्फी' और 'गुंडे' मैंने इनके अलग-अलग किरदारों का लुत्फ़ उठाया है। मैं दूसरों के जैसी नहीं हूँ, मैं नियम और रास्तों पर नहीं चलती।"
एक साक्षात्कार में प्रियंका ने कहा कि मैं अपने नियम खुद बनाती हूँ, दूसरों के नियमों पर नहीं चलती। पिछले वर्ष मेरी फ़िल्म 'कृष-3' 200 करोड़ क्लब में शामिल हुई थी। वहीं इस से पहले भी 'बर्फी' और 'अग्निपथ' ने भी अच्छा काम किया था। मुझे लगता हैं कि अंतिम दो साल मेरे लिए बहुत शानदार रहे है।
प्रियंका कहती है, "'एग्जॉटिक' ने भारत में ट्रिपल प्लैटिनम जीता है। मुझे लगता हैं कि मेरी गति बिलकुल ठीक है। मुझे लगता हैं कि मुझे इसे बढ़ाना चाहिए।" वह आगे कहती हैं कि अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म में वह इस फ़िल्म में रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर के बीच के केंद्र बिंदु का किरदार निभा रही है। यह फ़िल्म में 14 फरवरी को प्रदर्शित होगी। फ़िल्म में वह नंदिता का किरदार निभा रही है। जोकि एक कैबरे डांसर है, और उन्होंने 70 के दशक का कोलकाता का किरदार निभाया है। यशराज बैनर में बनी इस फ़िल्म को संसार के कोयला माफिया के ऊपर आधारित किया गया है।
वह कहती है, "मैंने फ़िल्म को करते हुए लुत्फ़ उठाया है। यह काफी संतुष्टि वाला किरदार था, जिसके कई रूप थे। लेकिन साथ ही यह काफी मुश्किल किरदार भी था क्योंकि फ़िल्म में काफी कुछ चल रहा था। वह बहुत निर्णायक भी है, क्योंकि कहानी में सभी संघर्ष नंदिता के कारण ही होते है। आप समझ नहीं पाएंगे कि किसकी तरफदारी करे।