आलिया भट्ट: फ़िल्म 'हाइवे' के ट्रैलर को देख कर लगता है कि आपने इसकी शूटिंग बेहद घनिष्टता से की है। यह आपकी पहली फ़िल्म से कितनी अलग थी।?
यह बहुत चुनौती पूर्ण था। हमने छः राज्यों की यात्रा की, और अलग -अलग स्थानों तक गये। हम शारीरिक रूप से बहुत थकाऊ काम किया। चीजें जैसी दौड़ रही थी, पेड़ों और पहाड़ों चढ़ रही थी। यह मेरे लिए बहुत ताजगी भरा था। मुझे अपने कपड़ों और मेकअप की चिंता नहीं करनी थी। जिस से मुझे मेरे किरदार पर ध्यान केंद्रित करने में सहायता मिली। यहाँ तक कि मैंने अपनी माँ और बहन को भी मेरे शूट पर आने के लिए मना कर दिया क्योंकि मैं अकेले रह कर अपनी पूरी ताकत अपने अभिनय पर लगाना चाहती थी।
इम्तियाज आपने इस किरदार के लिए आलिया को ही क्यों चुना? ये सभी के लिए अचंभे की बात थी...
ये मेरे लिए भी उसी तरह एक अचंभे वाली ही बात थी। मैं किसी ऐसी अभिनेत्री को देख रहा था जिसे जिंदगी का ज्यादा अनुभव हो। लेकिन जब मैं आलिया से मिला, तो मुझे लगा वह अपने आप में बहुत भावनात्मक गहराई रखती है, और जबकि वह इस से पहले सड़क पर रही भी नहीं। उन्होंने इसके लिए बहुत ही ईमानदारी से काम किया है।
आलिया करण जौहर के बाद इम्तियाज के साथ काम करना कितना अलग था?
करण, मॉनिटर के सामने बैठना पसंद करते थे, लेकिन इम्तियाज इसमें खुद शारीरिक तौर पर शामिल होते है। और वह इसमें इतने शामिल होते है कि फ्रेम में उनकी बाजू और बाल भी आ जाते है। कभी-कभी वे ट्रक भी चलाते है। क्या कश्मीर में शूटिंग मुश्किल थी?
हाँ ऐसा था, बल्कि बावजूद इसके कि बहुत ही आसान सा कार्यक्रम था। इस यात्रा से मेरा क्रू भी बहुत उत्साहित था और इसीलिए हिमांचल में शूट करना बहुत ही मजेदार हो गया था।
इम्तियाज 'रॉकस्टार' को मिली जुली प्रतिक्रिया मिली, क्या आप 'हाइवे' को लेकर तनाव में है?
नहीं, बिलकुल भी नहीं। इस बिजनेस में, एक मुकाम के बाद परफॉर्म करना का बहुत दबाव होता है। और आप उसके बाद बेशर्म हो जाते है।भाग्यवश मैं तो पैदा ही ऐसा हुआ था।