संजय को 21 दिसंबर, 2013 को एक महीने के पैरोल पर छोड़ा गया था, क्योंकि उनकी बीमार पत्नी मान्यता को उनकी जरूरत थी। बाद में पैरोल की अवधि पहले 21 फरवरी तक के लिए और फिर दूसरी बार यह अवधि 21 मार्च तक बढ़ा दी गई।
मान्यता (37) को फेफड़े में तकलीफ होने के बाद जनवरी में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
संजय (53) 42 महीने की अपनी शेष सजा काटने के लिए यरवदा जेल वापस जा रहे हैं। उन्हें 1993 में मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट मामले में अवैध रूप से हथियार रखने का दोषी पाया गया था।