अलीशा को हालांकि जीवन में किसी साथी की कमी खलती है, लेकिन वह अपने अकेलेपन में खुश हैं और मन की मल्लिका हैं।
अलीशा ने कहा, "काफी सालों से मैं अपने दम पर जिंदगी जी रही हूं। मैंने हमेशा ऐसे जिया है, जैसे मुझे किसी के साथ की जरूरत नहीं है। लेकिन किसी के साथ के बगैर जीना मुझ पर बेहद भारी गुजरा है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन प्रेम मेरी किस्मत और फितरत में नहीं। बेहतर है कि मैं किसी की तलाश करने के बजाए इस सच को स्वीकार लूं कि जब किस्मत में प्रेम नहीं है, तो बार-बार उसे पाने की कोशिश करके खुद को तकलीफ पहुंचाने से कोई फायदा नहीं।"
अलीशा ने 1980 में राजेश झवेरी से विवाह किया था, लेकिन अलीशा का करियर परवान चढ़ने के साथ ही उनके वैवाहिक जीवन का अंत हो गया। 2003 में वह कनाडाई संगीतकार एवं व्यवसायी रोमेल काजोआ के प्रेम में पड़ीं, लेकिन यह कहानी भी मंजिल पर पहुंचने से पहले खत्म हो गई।
संगीत जगत को कई सुपर हिट गाने दे चुकीं अलीशा कहती हैं कि वह हमेशा अपने रिश्तों में पूरी तरह समर्पित रहती हैं, लेकिन आखिर में उनका समर्पण व्यर्थ ही जाता है।
उन्होंने कहा, "मैं रिश्ते को बनाए रखने के लिए जितना हो सके कोशिश करती हूं। लेकिन किस्मत कुछ और ही चाहती है। यदि मैं कहूं तो मुझे प्रेम की कमी महसूस नहीं होती, तो यह झूठ होगा। हां मुझे प्रेम की कमी महसूस होती है।"
उन्होंने कहा, "सच हमेशा कड़वा होता है और मुझे यह स्वीकारना पड़ेगा कि मैं अकेले ही ठीक हूं। प्रेम बस गीतों में ही अच्छा लगता है। मैं अपने महल की रानी बनकर ही खुश हूं।"