अभय देओल समाज में सुधार के तो इच्छुक है, लेकिन इसके लिए वह राजनीति में नहीं आना चाहते। अभय ने अपनी फिल्मों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को उठाया भी है। जहाँ उन्होंने फ़िल्म 'चक्रव्यूह' में नकसल समस्या को उठाया था वहीं 'रांझणा' में भी युवा छात्र नेता की भूमिका निभायी थी।
अभय कहते है, " मैं कभी राजनीति में नहीं आना चाहता लेकिन अपना वोट जरूर देना चाहता हूं। यदि कुछ लोग इस क्षेत्र में आकर समाज में कुछ बदलाव लाना चाहते हैं तो उन्हें जरूर आना चाहिए इसमे कोई गलत बात नहीं है। मैं कोई समाज सेवी या राजनेता नहीं हूं। मैं अपनी फिल्मों के जरिये समाज में बदलाव लाना चाहता हूं।
अभय ने कहा कि मैं अपनी फिल्मों का चयन बेहद सर्तकता के साथ करता हूं। मैंने वैसी फिल्मों में काम किया है जो संजीदा है जिसमें कुछ मुद्दे उठाए गए हैं। मेर मानना है कि फिल्में समाज का आइना होती है।
Monday, March 24, 2014 14:21 IST