अनुराग ने कहा, "मुझे यह फिल्म काफी पसंद आई। मैंने बहुत पहले ही इसके बारे में सुना था। मैं चाहता हूं कि इस फिल्म को जितना ज्यादा हो सके दर्शक देखें, इसलिए मैंने इस फिल्म के साथ जुड़ने का फैसला किया। यह मेरी पहली डॉक्यूमेंट्री फिल्म होगी। यह एक कहानी जैसी है।"
बीते आठ मार्च को नंदिता, लीजा और दीपा के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक अभियान शुरू किया गया, जिसके तहत छह महीने तक विश्व भर में फिल्म का प्रचार किया जाएगा। तीनों महिलाओं का मानना है कि हर भारतीय को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।
नंदिता ने एक बयान में कहा, "द वर्ल्ड बिफॉर हर' एक मजबूत, व्यवहारिक और मार्मिक फिल्म है। यह हमारे दौर की कहानी है, उन हालातों की कहानी है, जिनका हमें सामना करना पड़ता है, खासकर लैंगिक उत्थान के क्षेत्र में।"
साल 2012 में त्रिबेका फिल्म फेस्टिवल (टीएफएफ) में पहली बार प्रदर्शित 'द वर्ल्ड बिफॉर हर' का अब तक 125 से ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में प्रदर्शन किया जा चुका है। टीएफएफ में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार पाने के साथ फिल्म अब तक 19 पुरस्कार जीत चुकी है।