रवि उत्तर प्रदेश में अपने गृहनगर जौनपुर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
रवि ने कहा, "एक दिन मुझे राहुल और प्रियंका गांधी का फोन आया। तब उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में मेरी जरूरत है, यह बात मेरे दिल को छू गई। मैं दिल से हमेशा एक कांग्रेसी रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "हां, इस वक्त पार्टी उतनी व्यवस्थित नहीं है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह खत्म हो गई है। राजेश खन्ना की तोंद निकल आई थी लेकिन वह तब भी सबसे बड़े अभिनेता थे। कांग्रेस, कांग्रेस है। और मुझे उससे जुड़ने पर गर्व है।"
रवि कहते हैं कि उनके लिए गृह वापसी का पल एक भावुक क्षण है।
उन्होंने कहा, "जौनपुर मेरा घर है। यह उत्तर प्रदेश का बहुत अविकसित हिस्सा है, इतना अविकसित कि महिलाओं को सुबह में शौच के लिए खेतों में जाना पड़ता है। भारत के गैर-शहरी क्षेत्रों का पिछड़ापन हम सभी के लिए एक शर्म की बात है।"
रवि ने कहा, "जौनपुर के लिए कुछ करना मेरी दिली तमन्ना और एक स्थायी तड़प है..अभी के लिए जौनपुर में ही जीना और जौनपुर में ही मरना है।"
हालांकि, उनकी पत्नी और अन्य करीबी लोगों ने उनके लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले का विरोध किया।
रवि ने बताया, "मेरी धर्मपत्नी मेरे चुनाव लड़ने के बिल्कुल खिलाफ थीं। वह निराश थीं। उन्होंने मुझे चेताया..'तुम ये कहां नई मुसीबत मोल ले रहे हो'..मैं जिन्हें भी जानता था उन्हें चुनाव लड़ने के विरुद्ध सलाह देते देखा। लेकिन मुझे यकीन था कि यह मेरे करियर का अगला चरण है।"