उन्होंने आगे कहा, "मैं लगभग हर खेल, खेल चुका हूं। मैंने तैराकी की है, फुटबॉल खेला है, क्रिकेट भी खेल चुका हूं।" उन्होंने कहा कि देश में खेलों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है।
सलमान (48) ने बताया कि कैसे प्रोत्साहन न मिलने के कारण और सुविधा के अभाव में हमारे देश के खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करने से चूक जाते हैं और फिर उन्हें अपने ही देशवासियों के रोष का शिकार होना पड़ता है।
सलमान ने कहा, "यदि आप 'ख्वाब' जैसी फिल्में देखें, तो पता चलेगा कि यहां कोई सुविधा नहीं है, कोई प्रशिक्षण नहीं मिलता। जब सुविधा ही नहीं मिलेगी, तो खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कैसे कर पाएंगे। और जब ओलंपिक में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की दूसरी प्रतिस्पर्धाओं में हमारे खिलाड़ियों को पदक नहीं मिलता, तो हम उनकी आलोचना करने लग जाते हैं। यहां खाने के लाले पड़े हैं, लोग बेरोजगार हैं, थोड़ा सा भी प्रोत्साहन नहीं है।"
फिल्म 'ख्वाब' नौ मई को प्रदर्शित हो रही है। नवदीप सिंह, सिमर मोतियानी, रिषी मिगलानी और नफीसा अली ने महत्वपूर्ण किरदार निभाया है।