मनोज (44) ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा, "मैं इस कार्यक्रम का प्रस्तोता हूं और हम प्रस्तुतिकरण में कुछ नया करने की कोशिश कर रहे हैं। जिस तरह दादी मां कहानियां सुनाया करती थीं और हम हर दृश्य की कल्पना कर लेते थे, ऐसा ही कुछ करने की कोशिश मैंने की है।"
मनोज ने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम आपको फिल्म देखने जैसा एहसास देगा। उन्होंने बताया, "एनकाउंटर' मुंबई में हुए उन प्रसिद्ध मुठभेड़ों के बारे में है, जो पुलिस और कुख्यात अपराधियों के बीच हुई। हर सप्ताह हम आपको एक एनकाउंटर और इसके पीछे के इतिहास के बारे में बताएंगे और रोचक ढंग से इसकी कहानी बताएंगे। सीधे शब्दों में कहूं तो यह टीवी पर फिल्म देखने का मजा है।"
मनोज आखिरी बार फिल्म 'सत्याग्रह' में दिखाई दिए थे। उनकी दो फिल्में 'ट्रैफिक' और 'सात उच्चके' जल्द ही सिनेमाघरों में आने वाली हैं।