प्रदर्शक राजेश थडानी कहते है, "यह 2014 के सबसे बुरे हफ़्तों में से एक था। जहाँ 'यंगिस्तान' ने पहले हफ्ते में चार करोड़ कमाए चीन 'ढिसकियाऊ' ने 3.5 करोड़ और 'ओह तेरी' ने सिर्फ 2.25 करोड़ ही कमाए। यह इन तीनों ही फिल्मों के लिए बेहद ख़राब प्रदर्शन रहा।
मजेदार बात ये है कि ये तीनों ही निर्देशक सैयद अहमद अफजल, सनमजीत तलवार और उमेश बिष्ट इन फिल्मों से अपने निर्देशन की शुरुआत कर रहे है।
वहीं फन सिनेमा के विशाल आनंद का कहना है, "हालाँकि इस से पहला हफ्ता मार्च का सबसे बेकार हफ्ता था, लेकिन वहीं 'क्वीन', और 'रागिनी एमएमएस' जैसी फ़िल्में भी उन्हीं में शामिल थी।"
व्यापार विश्लेषक आमोद मेहरा का कहना है कि ये तीनों ही फ़िल्में डम्ब-डम्बर-डम्बेस्ट रही है। यहांतक कि मैं इन फिल्मों के नंबरों के बारे में भी बात नहीं कर सकता। लेकिन मैं यह कह सकता हूँ कि इन तीनों के नंबर मिला कर भी 10 करोड़ नहीं होते। यह 'क्वीन' और रागिनी एमएमएस' के लिए वास्तव में एक अवसर ही था जिसे इन दोनों ही फिल्मों ने बखूबी भुनाया है।
जहाँ कंगना की फ़िल्म 'क्वीन' की कमाई अब तक 55 करोड़ हो गई है वहीं, सनी की फ़िल्म 43.5 करोड़ है। जो एक महिलाओं पर आधारित फ़िल्म होने के कारण एक खास बात है।
Tuesday, April 01, 2014 17:28 IST