नंदा ने बताया कि 'तीसरी मंजिल', 'वो कौन थी', 'दो रास्ते' और 'कटी पतंग' जैसी फिल्मों में नकारात्मक किरदार के लिए मशहूर अपने पिता की जीवनी लिखने का फैसला कैसे किया।
नंदा ने बताया, "यह मेरी और मेरे पति के बीच हुई एक बातचीत के साथ शुरू हुई। उन्होंने कहा कि हम भारतीय सिनेमा में 100 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं और तुम्हारे पिता 50 साल से फिल्मोद्योग में है.. उनके बारे में पढ़ना दिलचस्प होना चाहिए। इस तरह इसकी शुरुआत हो गई।"
उन्होंने आगे बताया, "मैंने अपने पिता को बताया और वह सहमत थे। हम फिल्म दर फिल्म आगे बढ़े। जीवनी के लिए मैं दिलीप साहब, अमिताभ बच्चन और हर पीढ़ी के अभिनेताओं से मिली.. मेरी मां ने पिछले 45 सालों की सभी क्लिपिंग सहेज कर रखी थीं और यह बहुत बड़ी मदद थी।" इस मौके पर अमिताभ बच्चन, मनोज कुमार, अक्षय कुमार, शरमन जोशी और विधु विनोद चोपड़ा जैसी अनेक फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं।