इस बारे में एक सूत्र का कहना है, " फिल्म के बॉउन्सर्स ने लेंसमान पर हमला फिल्म के सेट पर ही बोला, जिसके बाद लेन्समैन ने पास के ही क्षत्रिय पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ शकायत दर्ज करा दी। उन्होंने लेन्समैन का कैमरा छीनकर उस से फोटो हटाने की भी कोशिश की।"
सूत्र का आगे कहना है, "कैमरा मैन फिल्म के सेट पर जिस चीज की फोटो लेने की कोशिश कर रहा था वह था रणबीर कपूर का नया लुक। जिसे फिल्मनिर्मताओं ने अभी तक उजागर नहीं किया है। जिस से फिल्म का क्रू गुस्से में आ गया।"
जब इस बारे में लेन्समैन से बातचीत की गई तो उसने बताया कि मैं अस्पताल में हूँ, मेरी चिकित्सिकी जांच पड़ताल चल रही है। कृपया इस बारे में पुलिस अधिकारीयों से पूछिये।
जबकि फिल्म निर्माता मधु मॉन्टेना का कहना है, "कैमरामैन फिल्म के सेट की और रणबीर कपूर की बिना स्वीकृति के फोटो लेने की कोशिश कर रहा था। जिसके कारण फिल्म के स्टाफ और सुरक्षा को उसके खिलाफ कार्यवाही करनी पड़ी और वे उसे पुलिस स्टेशन ले गए।
पुलिस स्टेशन के बाहर, उनके बीच हाथापाई हुई और वहां फोटोग्राफर ने एक सुरक्षा कर्मी को थप्पड़ मार दिया। मुझे बताया गया कि इसके बाद जब फोटोग्राफर को अपनी शिकायत दर्ज होने का डर हुआ तो उसने जा कर शिकायत दर्ज करा दी।"
यह साफ़ नहीं है की निर्माता कैमरामैन के अतिक्रमण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना चाहते थे या नहीं। माटुंगा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राघवेंद्र मदनलाल ठाकुर ने कहा की हमने बयान ले लिए है। लेकिन अभी तक धारा कौन सी लगनी है ये तय नही हो पाया है अभी तक जांच पड़ताल चल रही है।
वहीं अनुराग कश्यप का कहना है, "यह झूठ है। फोटोग्राफर ने गृह-निर्माण के एक व्यक्ति को थप्पड़ मारा। इसके बाद उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया। इसके बाद उसने एक दलित कार्ड निकाला और काउंटर पर आरोप लगाया। यहांतक कि जब यह घटना घटी तो रणबीर तो वहां था भी नहीं।