भोपाल में फ्लैग स्टाफ हाउस के संपत्ति मुद्दों के समाधान पर सौहार्दपूर्ण ढंग से चर्चा करने के लिए पूरा परिवार वहां एकत्रित हुआ। शर्मीला और पूरा पटौदी परिवार इस मुद्दे पर सहमति से फैंसला लेना चाहता है।
भोपाल से जुड़े एक सूत्र का कहना है, "भोपाल में उनकी इस संपत्ति फ्लैग हॉउस की डील (अहमदाबाद पैलेस का एक हिस्सा, जो भोपाल के तत्कालीन शासक का निवास है) की भी औपचारिकता की जा सकती है। जो अभी भोपाल में रह रहे है और जिनके बीच यह फैंसला होना है उनमें टाइगर पटौदी की बहन सबीहा सुल्तान की बेटी और साहिबज़ादी सामिया सुल्तान, और उनकी दूसरी बहन सलेहा सुलतान के बेटे फैज बिन जंग। इसके अलावा शर्मीला की बेटी सबा सुल्तान के भी इस मामल में भाग लेने की संभावना है।"
पटौदी परिवार के करीबी एक सूत्र का कहना है कि साजिद सुलतान के बाद भोपाल के क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी (टाइगर पटौदी) की अंतिम बेगम को इस शाही घराने की मुखिया माना गया था। तभी से उनकी बहने सलेहा और सबीहा उनके साथ संपत्ति में से अपने हक़ के लिए लड़ती आ रही है। दिसंबर 2011 में, शर्मीला टैगोर ने नवाब पटौदी के बाद इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा था, "मैं यहाँ इसी सोच के साथ आई हूँ। इसमें इस केस को लटकाए रखने और वकीलों को भारी रकम अदा करने का कोई फायदा नहीं है।" इसके बाद एक बार फिर से शर्मीला इसी मुद्दे पर भोपाल गई है।