हाल ही में, संभाजी राजे जैसी फिल्म पर काम कर चुके उदपुरकर लगभग 6 महीने से अन्ना के बारे में जानकारी जुटाने में लगे है। निर्देशक इसकी पुष्टि करते हुए कहते है, "अन्ना को रामलीला मैंदान में देखने के बाद, मैं उन पर फिल्म बनाने के लिए प्रेरित हुआ। वह उनकी 9 वर्ष की से लेकर अब तक की कहानी को दिखाया जाएगा। साथ ही फिल्म की शूटिंग रालेगढ़ सिद्दी, मुंबई, कश्मीर और लद्दाख में होगी। हमे वास्तविक लोकेशन पर शूट करेंगे। फिर चाहे वह उनका बचपन हो, आर्मी के दिन और या घर पर वापसी, और फिर भरष्टाचार के खिलाफ लड़ाई।"
हालाँकि फिल्म तो तय हो गई है लेकिन अभी तक फिल्म की कास्ट को तय नहीं किया गया है इसके बारे में निर्देशक का कहना है,"हमें अभी इसे तय करना है। हम इसकी घोषणा चुनावों के बाद करेंगे, क्योंकि अन्ना अभी अपने दूसरे वायदों में व्यस्त है।"
अन्ना के सलाहकार संजय पथदे इस खबर की पुष्टि करते हुए कहते है, "यह अन्ना पर पहली बायोपिक होगी। और उदपुरकर से कुछ मुलाकातों के बाद ही इसे तय कर लिया गया था।" उनके जीवन पर बनी फ़िल्में डॉक्यूमेंट्री है और वे उनके कार्य के चारों तरफ ही घूमती है। साथ ही पथदे इस बात की पुष्टि करते हुए कहते है कि अन्ना ने फिल्म निर्माताओं को कोई नाम नहीं सुझाया है।