इस बार आइफा समारोह में यहां भाग लेने आए गोविंदा ने आज के कलाकारों और अपने समय में अंतर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि आजकल के नए कलाकार पहली के मुकाबलें कहीँ ज्यादा मेहनत कर रहे है। लेकिन हम उस वक़्त सिर्फ हम कलाकार हुआ करते थे पहलवान नही।
साथ ही वह यह भी कहते है, कि अच्छा लगता है जब लोग मेरे काम की प्रशंसा करते हैं, उसे पसंद करते है। वह कहते है कि मैं मनोरंजक सिनेमा करना चाहता था। इसका ये मतलब नहीं कि मैं सिर्फ कॉमेडी फिल्में ही करूं। पिछले कुछ सालों में इस तरह (कॉमेडी) की फिल्मों ने बहुत कमाई की है इसलिए ये फिल्म उद्योग के लिए भी अच्छा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे सेक्स-कॉमेडी फिल्म में काम करना पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा, मुझे अपनी बीवी सुनीता से पूछना होगा। वरना मुझे कोई एतराज नहीं। वैसे भी कॉमेडी सिर्फ कॉमेडी होती है।
वहीं अपने समय के सुपरस्टार गोविंदा नंबर खेल में यकीन नही करते। वह कहते है, "मैं नंबरों के खेल में विश्वास नहीं रखता बल्कि अपने काम को अच्छे से करने में यकीन करता हूं।
हम सिर्फ अभिनेता हुआ करते थे, पहलवान नही: गोविंदा
Saturday, April 26, 2014 17:31 IST
