'हीरोपंती' से हिंदी सिनेमा में शुरुआत कर रहे जैकी श्राफ के बेटे टाइगर श्राफ का कहना है कि वे फिल्म पाने के लिए अपने पिता के नाम का सहारा नही करेंगे।
उनका मानना है कि उनका सहारा लेने की जगह मैं खुद को मार डालूंगा। मेरे पिता केवल मेरी पहली फिल्म तक मेरे पिता हैं, उसके बाद मैं खुद पर निर्भर हूं। किसी को दूसरा मौका नहीं मिलता। पहला प्रभाव, अंतिम प्रभाव होता है।' टाइगर साजिद नाडियावाला की फिल्म हीरोपंती से फिल्मी दुनिया में कदम रख रहे हैं। वे कीर्ति सनोन के साथ इस फिल्म में नजर आऐंगे।"
अपने परिवार के द्वारा किसी फिल्म में नहीं लेने के सवाल पर टाइगर ने कहा कि मेरी मां प्रोड्यूसर थीं। उन्होंने इस बारे में कभी नहीं सोचा। मुझे हमेशा बाहर से प्रस्ताव आते रहे, इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता क्योंकि मुझे घर से कोई भी प्रस्ताव नहीं मिल रहा था। शायद कभी हम साथ में काम करेंगे।
बचपन में टाइगर अपने पिता की फिल्म के सेट पर जाया करते थे। उस समय की कुछ बातों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गर्दिश फिल्म की शूटिंग चल रही थी। इसमें लड़ाई का एक दृश्य था जिसमें गुंडे मेरे पिता को बुरी तरह पीट रहे थे। मैं अपने पिता को बचाने के लिए दौड़ा तभी किसी ने यह कहते हुए मुझे रोका कि यह सिर्फ एक फिल्म है, हकीकत नहीं।
वह कहते है कि जब मैं फिल्म में माधुरी दीक्षित और अपने पिता को साथ देखता था तो मुझे यह सोचकर जलन होती थी कि वे विवाहित हैं और मेरी मां के पति हैं। मैं सोचता था वह यह नहीं कर सकते।
अपने पिता के नाम का सहारा कभी नहीं लूंगा : टाइगर
Thursday, May 08, 2014 12:22 IST
