लेकिन जब बात शिल्पा के इस संतुलन की दूसरी कामकाजी माओं के साथ बांटने की आती है तो वह कहती है कि मेरी राय की किसी भी माँ को कोई जरूरत नही है, क्योंकि वह अपने बच्चों के लिये जो भी काम करती है वह दिल से करतीं है। शिल्पा को यह ख़िताब एशियास्पा इंडिया पुरस्कार समारोह 2013 की तरफ से नवाजा गया है।
शिल्पा ने गुरुवार को एक समारोह में कहा, "लोगों ने मुझे सिर्फ इसलिए वोट नहीं किया कि मैं अपनी छरहरी काया में लौट आई हूं। उन्होंने महसूस किया कि मैं एक हरफनमौला की तरह एक माँ और कामकाजी महिला के रूप में अपने काम में संतुलन बैठाने में सक्षम हूं और पुरानी छरहरी काया में लौट आई हूं। इसलिए, इससे बड़ी कोई तारीफ नहीं है।"