हेमा ने कहा कि वे मेरा मजाक उड़ा रहे थे क्योंकि उन्होंने सोचा कि कि मैं मथुरा में सिर्फ खूबसूरत साड़ियां पहनकर सुंदर तस्वीरें खिंचवाने आई हूं।
उन्होंने कहा कि वे भूल गए कि लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रयास करने से पूर्व मैं छह साल राज्यसभा में रह चुकी हूं। इसलिए मैं सिर्फ अपना समय बेकार करने या गंवाने वाली आकर्षक अभिनेत्री नहीं हूं।
हेमा ने अपनी जीत का जश्न अपनी बेटी आहना और ईशा के साथ मनाया। उन्हें लगता है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र में शरीर से मौजूद होना ही काफी नहीं है। 65 वर्षीया हेमा ने कहा कि मेरे लिए माह में एक बार मथुरा का दौरा करना काफी आसान होगा। लेकिन यह काफी नहीं है। वहां काम करना है और जिस तरीके से निर्वाचन क्षेत्र चल रहा है, उसमें कई बदलावों की जरूरत है। वह इस बात से इंकार नहीं करती कि 'मोदी लहर' ने उनकी जीत में मदद की।
उन्होंने कहा कि यकीनन 'लहर' ने सभी भाजपा उम्मीदवारों को बढ़त दिलाई है। मैं मोदीजी की वजह से जीती। लेकिन मैं जितने बड़े अंतर से जीती, वह निर्वाचन क्षेत्र में मेरे डटे रहने की वजह से है। उन्हें लगता है कि संपूर्ण राष्ट्र की उनकी पार्टी पर नजर है।