इस घटना में एक व्यक्ति मारा गया था और चार अन्य घायल हो गए थे जो बाहर सोए हुए थे। घटनास्थल के समीप रहने वाले और सलमान खान के दोस्त 63 वर्षीय फ्रांसिस फर्नांडिज ने सत्र न्यायाधीश डी डब्ल्यू देशपांडे को बताया कि वह लोगों के चिल्लाने की आवाजें सुनकर घटनास्थल पर गए थे और देखा कि डंडे और पत्थर हाथों में लिए भीड़ ने सलमान को घेर रखा था।
फर्नांडिज ने कहा कि वह सलमान को उनके बचपन के दिनों से जानते हैं और उसी इलाके में रहते हैं जहां सलमान रहते हैं और जहां घटना हुई थी। सलमान को राहत देते हुए गवाह ने कहा कि सलमान नशे में नहीं दिख रहे थे, क्योंकि जब मैं उनके पास गया तो उनसे शराब की बू नहीं आ रही थी। वह सामान्य दिख रहे थे और सीधे चल रहे थे।
सलमान अदालत कक्ष में खड़े गवाही को सुन रहे थे। फर्नांडिज ने सलमान के वकील श्रीकांत शिवाडे द्वारा जिरह के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही।
अभियोजन पक्ष का मामला यह है कि दुर्घटना के समय अभिनेता शराब के नशे में था। पुलिस के अनुसार, सलमान ने कथित रूप से जुहू के जेडब्ल्यू मैरियट होटल में अपने दोस्तों के साथ शराब के कुछ पैग लिए थे। उसी दिन 28 सितंबर 2002 को अमेरिकन बेकरी के सामने यह हादसा हुआ था।
फर्नांडिज ने सरकारी वकील जगन्नाथ केंजराल्कर को बताया कि मैं बचाओ, बचाओ की आवाजें सुनकर उठा और उस जगह गया जहां लोग लाठियां और पत्थर लिए खड़े थे। मैं सलमान के समीप गया। मुझे देखने के बाद उन्होंने कहा कि कमांडर मुझे बचा लीजिए।
गवाह ने कहा कि वह सलमान को उनके घर की ओर ले गए। फर्नांडिज ने कहा कि उनकी पत्नी ने सलमान से उनकी कार में बैठकर घर जाने को कहा। सलमान इसके बाद उनकी कार में बैठकर घर चले गए। फर्नांडिज ने कहा कि वह दुर्घटनास्थल से सलमान को बाहर निकालने और उन्हें घर जाने की सलाह देने में सफल रहे।
एक अन्य सवाल के जवाब में गवाह ने कहा कि घटना के बाद भीड़ उग्र हो गयी थी। लाठियों और पत्थरों से लैस भीड़ को देखकर मैंने महसूस किया कि सलमान की जिंदगी खतरे में है। पुलिस हालांकि उस समय तक नहीं आयी थी और वह 10-15 मिनट बाद आयी।
नेवी ब्ल्यू रंग की कमीज और जींस पहने सलमान खान अपने अंगरक्षक तथा दो बहनों अलवीरा और अर्पिता के साथ अदालत में आए थे।