आपने दो सालों में अपने आप को एक अभिनेता के तौर पर स्थापित कर लिया है, चीजों में क्या बदलाव आया है?
मैं इंडस्ट्री में एक असहाय व्यक्ति के तौर पर आया था। मुझे 'बैंड बाजा बारात' के दौरान अस्वीकार कर दिया गया था। आदि सर (आदित्य चोपड़ा) ने मुझे समझाया कि लोगों को फिल्म देखकर मुझे पंसद करना है। मैं तथाकथित स्टारडम के बारे में जानता था, लेकिन मैंने इसे गंभीरता से नही लिया। यहाँ तक कि मुझे यह रातों रात हांसिल हो गया। मुझे समझ नही लगा कि एक चरित्र को जो मैं हूँ उसे पीछे कैसे छुपाया जाए। हाल ही में मुझे 'लुटेरा' के लिए खूब आलोचनाएं मिली है। वहीं 'गुंडे' और 'रामलीला' ने सफलता भी हांसिल की। इस सफलता ने मुझमें विश्वास भर दिया, और मुझे लगा कि मुझे वहीं रहना चाहिए जो मैं हूँ।
आपके एक्सेल प्रोडक्शन के साथ काम के लिए जुड़ने की भी बहुत चर्चा थी, इसके बारे में थोड़ा कुछ बताइये।
एक दिन मुझे निर्माताओं का फोन आया, उन्होंने कहा कि हम आकर स्क्रिप्ट सुनाना चाहते है। मैं इस फिल्म की कास्ट के तौर पर हाँ कहने वाला पहला सदस्य था। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मुझे फिल्म पर यकीन था। मैंने जोया से कहा कि मुझे उनकी फिल्म पर भरोसा है, कि हम इस फिल्म से जादू करने जा रहे है। यह फिल्म तो बननी ही है। यह फिल्म एक परिवार के बारे में है, और मैं उसका हिस्सा हूँ। तो मुझे वहां रहना है। मैं इस फिल्म 'दिल धड़कने दो' का धन्यवाद करता हूँ कि मुझे मेरे स्क्रीन के आदर्श अनिल कपूर और अनुष्का के साथ काम करने का मौक़ा दिया। अनुष्का जिनके साथ मैं पहले भी शानदार कैमिस्ट्री बना चुका हूँ। वहीं प्रियंका के साथ भी मैं पहले ही काम कर चुका हूँ। इसके अलावा फरहान अख्तर के साथ काम करना बहुत बड़ी बात है।
क्या आप इंडस्ट्री के किसी स्टार के जैसा बनना चाहते है?
मैं किसी के जैसा नही होना चाहता। हर एक अपने आप में अलग और अनोखा है। आपको अपने आप को अपने जैसा रखने के लिए बचा कर रखना है। मेरे में ये ख़ास है कि मैं हर किसी के लिए भेलपुरी के जैसा हूँ। मैं किसी के पदचिन्हों पर नही चलना चाहता। दिखावा करना करना अपने आप भर भार डालने के जैसा है।
हमेशा अपने मन की करने में क्या कभी असफलता का डर नहीं लगता?
यह सफलता के लिए लगातार लड़े जाने वाली लड़ाई है। मैं मीडिया और फैंस के साथ बहुत संयम रखता हूँ। लेकिन कभी-कभी वे बहुत उग्र हो जाते है। मेरी क्षमता मेरे साथियों की तुलना में अधिक है। लेकिन अगर मेरे सामने कोई हद से आगे बढ़ता है, तो मैं इसे सहन नही करने वाला।
आपकी और दीपिका की ऑनस्क्रीन-ऑफस्क्रीन केमिस्ट्री के बारे में बहुत कुछ कहा जाता रहा है?
वह उनमें से है, जिनके मैं वास्तव में करीब हूँ। वह एक प्रोफेशनल है। मैं उनके लिए जबरदस्त सम्मान और प्रशंसा रखता हूँ। उनका ग्राफ कई और गुना विकसित हो गया है। यह एक आजाद देश है, मैं लोगों को नतीजे पर पहुँचने को नहीं रोक सकता। मैं 'रामलीला' फिल्म के दौरान उनके साथ व्यक्तिगत तौर पर करीब आ गया था और अब मैं उनके साथ फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में भी काम कर रहा हूँ।
तो अब आप अकेले है?
मैं बिलकुल अकेला हूँ। भगवान मुझपर दयालु रहा है। मैं वह करने के लिए आजाद हूँ जो मैं करना पसंद करता हूँ, और ये इसलिए ही संभव है, तभी मैं अपने आप के लिए पूरा समर्पण दिखा सकता हूँ। मेरे लिए इस वक़्त मेरे काम के साथ रोमांस करने से ज्यादा किसी और से रोमांस करना महत्वपूर्ण नही है।
हमें अपनी अर्जुन कपूर के साथ दोस्ती के बारे में बताइये।
वह मेरे लिए भाई के जैसा है। मैं उनके साथ हर रोज संपर्क में रहता हूँ। 'गुंडे' एक आसान फिल्म नही थी, और जब आपको ऐसी परिस्थिति से गुजरना पड़ता है, तो आप पास होने पर मजबूर हो जाते है। साथ ही मैं उनकी हालिया फिल्म की सफलता से भी बेहद खुश हूँ।
दूसरे कपूर के बार में आपकी क्या राय है, उनके साथ अपनी कैसी पटती है?
हम एक ऐसी पार्टी में मिले थे जिसमें हमें दोनों को बुलाया गया था। एक बार तो हमने साथ में हैंग आउट की भी योजना बना ली थी। मैं उन्हें बेहद पसंद करता हूँ। उन्होंने इतने काम समय में जो कुछ भी पाया है, उसके लिए मैं उनकी इज्जत और तारीफ़ दोनों करता हूँI मुझे 'बर्फी' और 'रॉकस्टार' जैसी फिल्मों में उनका अभिनय बहुत पसंद आया था। वह एक युवा अभिनेता के तौर पर एक बेंचमार्क है।
आपने हाल ही में एक बयान दिया था कि आप हमेशा अपनी जेब में कॉन्डोम रख कर चलते है, जिस पर आपको मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी। आप इस तरह की चीजों पर किस तरह से प्रतिक्रिया देते है?
मैं इस पर प्रतिक्रया नहीं देता। ऐसी मूर्खतापूर्ण चीजों पर प्रतिक्रिया देने का क्या फायदा।
'डू द रेक्स' की सफलता के बाद क्या आपने किसी आगामी एल्बम में आने के लिए सोचा है?
कभी नहीं! विज्ञापन के निर्देशक, करण कपाड़िया भी मेरे अच्छे दोस्त है। उन्होंने मुझसे एक रैप के लिए प्रार्थना की, उन्हें लगता है कि मैं एक अच्छा रैपर हूँ। मेरे रैपर और गीतों की काबिलियत औसत से नीचे है। मुझे लगता है कि मैं बन सकता था। लेकिन नहीं बना।
आपका अलग सा ड्रेसिंग सेन्स हमेशा चर्चा का विषय रहा है?
हाल ही में मुझे किसी ने बताया, कि मैं एक जोकर की तरह और अप्रिय सूट पहनता हूँ। ईमानदारी से कहूँ तो, मैं ऐसे कपडे इसलिए पहनता हूँ क्योंकि ये मुझे अच्छा महसूस कराते है। इसमें कुछ भी सही या गलत नही है। मैं जब बोर हो गया तो मेरे स्टाइलिस्ट ने मुझे 10 प्लैन और एक फ्लोरल सूट दिखाया और मुझे वो फ्लोरल पसंद आया।