भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर किरण ने कहा, "यह हाई कमान पर निर्भर करता है। एक बात पक्की है कि मैं ' इंडियाज गॉट टेलेंट' नहीं छोडूंगी। मुझे उस पर निर्णायक की भूमिका निभाने में मजा आ रहा है।"
वह कहती हैं कि चंडीगढ़ में एक अजीबो गरीब तूफान से गुजरी है। किरण कहती है, "मुझे चुनाव से बमुश्किल एक माह पहले मेरी उम्मीदवारी के बारे में बताया गया। मैं चंडीगढ़ दौड़ी, जहां हमारा कीमती समय स्थानीय लोगों में मेरी उम्मीदवारी के प्रति नाराजगी और किए गए प्रदर्शनों की वजह से बर्बाद गया।"
किरन चंडीगढ़ में मीडिया कवरेज को लेकर पूरी तरह हैरान थीं। उन्होंने कहा, "वहां असंख्य टेलीजिवन चैनल और समाचारपत्र है, और सभी बहुत आक्रामक हैं और जवाब में 'ना' सुनने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है। कभी न खत्म होने वाले रोड शो और भाषणों के बीच में मीडिया से निबटना मेरे कार्यक्रम पर भारी था। लेकिन मैं मीडिया की आदी हूं।"
वह कहती हैं कि वह बीते दो माह अपने कपड़ों के सूटकेस के बिना रही है। उन्होंने कहा, "मैं बस अपनी साड़ियां सूटकेस में डाल रही हूं और यात्रा कर रही हूं। मुझे अब मुंबई और चंडीगढ़ के बीच अपना समय बांटना होगा। मुंबई में मेरा घर है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।"
किरण अपने आपको एक अनुकूल रिपोर्ट कार्ड देती है। वह कहती है, "मैं राजनीति में बिल्कुल नई थी। मुझे सबसे बड़े राजनीतिक कार्यक्रम में डाल दिया गया। मेरे ख्याल से मैं उकसाए जाने के बावजूद सम्मान और गरिमा के साथ अपना मार्ग प्रशस्त कर पाई।"