टाइगर ने एक साक्षात्कार के दौरान अपनी पहली फिल्म के प्रदर्शन के बाद के अनुभवों को साझा किया। पेश है साक्षात्कार के कुछ अंश :
सवाल : समीक्षाओं में आपकी तारीफ हुई है, फिल्म की नहीं।
जवाब : हां, मुझे मिले जुले एहसास हो रहे हैं। मैं टीम के साथ चलने वाला हूं, इसलिए मैं फिल्म की सराहना पसंद करता। लेकिन दूसरी ओर मैंने फिल्म के लिए बहुत मेहनत की थी इसलिए मैं बहुत चिंतामुक्त महसूस कर रहा हूं।
सवाल: आप हमेशा मेहनती और अनुशासित रहे है?
जवाब: हां, लेकिन मैंने 'हीरोपंती' जितनी मेहनत पहले कभी नहीं की।
सवाल: फिल्म को लेकर की गई आलोचना अनुचित है?
जवाब : जो कहा या लिखा जा रहा है, उसकी वैधता आंकने वाला मैं कोई नहीं हूं। इस उद्योग में कोई दूसरे को सफल होते नहीं देख सकता। लेकिन मेरे लिए दूसरों की असफलता की चाहत व्यावहारिक नहीं है।
सवाल: क्या आप निंदा से बाहर आ चुके है?
जवाब : किसी को नहीं पता होता कि दर्शक क्या पसंद करेंगे और क्या नहीं? मुझे खुद को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी है। बतौर अभिनेता मेरे पिता में एक्स फैक्टर (विशेष प्रतिभा) है। मेरे साथ ऐसा नहीं है, मैं बस मेहनत कर सकता हूं और अच्छे की उम्मीद कर सकता हूं।
सवाल : क्या आप पिता से तुलना होने के लिए सजग थे?
जवाब: मुझे उनसे तुलना होने का बहुत डर था। मैं चाहता था कि दर्शक मुझे खुद को साबित करने का मौका दें कि मैं अपने पिता से बिल्कुल अलग हूं। किस्मत से 'हीरोपंती' देखने के बाद किसी ने उनसे मेरी तुलना नहीं की।
सवाल: आपको अपने पिता की तरह मेहनत नहीं करनी पड़ी होगी?
जवाब : हां, मेरी यात्रा सरल रही क्योंकि मैं एक अभिनेता का बेटा था। मेरे लिए दरवाजे खुले थे। लेकिन दूसरी ओर मुझसे बहुत ज्यादा उम्मीदें भी थीं।