वह कहते हैं कि मेरे पिता नहीं चाहते थे कि मैं भी उनकी तरह अभिनेता बनूं। मेरे पिता इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि स्टार पुत्रों से दर्शकों की अपेक्षायें काफी अधिक रहती हैं।
टाइगर कहते हैं, "मेरे पिता नहीं चाहते थे कि मैं खुद को साबित करने के लिये टेंशन में रहूं। मेरे पिता ने मेरे फिल्मी करियर के बारे में कोई दखलअंदाजी नहीं की है। मेरी मां भी नहीं जानती थी कि मैं क्या करने वाला हूं।
जब मै हीरोपंती की शूटिंग कर रहा था तब मेर पिता सेट पर कभी नहीं आये। उन्हें फिल्म के निर्माता साजिद नाडियाडवाला और निर्देशक शब्बीर खान पर पूरा भरोसा था।
टाइगर श्राफ ने कहा कि मेरे पिता जानते हैं कि मैं हार्ड वर्कर हूं। हम लोग घर में पारिवारिक बाते करते हैं। हम दोनों फिल्म के बारे में बात नहीं करते है।