जॉन ने मुंबई से फोन पर पत्रकारों को बताया , "एक खेल नायक देश में खेल को पूरी तरह बदल सकता है। उदाहरण के लिए, टेनिस में सानिया मिर्जा हैं या बैडमिंटन में सायना नेहवाल और उनसे बहुत पहले प्रकाश पादुकोण थे...जरा देखिए जो टाइगर वुड्स ने गोल्फ में दुनिया में क्या कर दिखाया। मेरे ख्याल से भारतीय फुटबाल को उस एक नायक की जरूरत है। "
खेल और मनोरंजन चैनल सोनी सिक्स ने जॉन को भारत में फीफा विश्व कप 2014 का ब्रांड एंबेस्डर बनाया है।
जॉन ने कहा , "बाइचुंग भूटिया करीब-करीब वहां पहुंचे, लेकिन हमें एक नायक की जरूरत है। जिस क्षण हमें वह एक नायक मिला , हमने इस देश के फुटबाल में बदलाव होता देखा। इसमें समय लगेगा, लेकिन यह बदलेगा। "
जॉन अर्जेंटीना के फुटबाल खिलाड़ी डिएगो माराडोना के कुशल खेल को देखकर बड़े हुए हैं, जिसका श्रेय उनके पिता को जाता है। उनके पिता उन्हें फुटबॉल मैच के लिए सुबह-सुबह जगाते थे।
उन्होंने स्वयं इतना ज्यादा खेलना शुरू कर दिया कि अब वह कहते हैं, "मैं भारत के लिए खेला होता, लेकिन मुझे फुटबाल और एमबीए में से किसी एक को चुनना था। "
लेकिन 41 वर्षीया जॉन बचपन के इस शौक को विभिन्न तरीकों से जी रहे हैं। यहां विश्व कप का प्रचार करने के अलावा , उन्होंने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की गुवाहाटी फ्रेंचाइजी को खरीद लिया है।