इस सारी प्रक्रिया के बारे में करीब से जानकारी रखने वाले एक सूत्र के अनुसार, "बोर्ड ने एक विलेन के निर्माता को फिल्म के कुछ एक्शन दृश्यों की काट-छांट के लिए भी कहा है। जिसमें खून बहने वाले दृश्य भी शामिल है, जिनसे बोर्ड को लगता है कि ये बहुत ज्यादा हिंसात्मक हैं। जिन्हें अब अदृश्य कर दिया गया है। वहीं फिल्म के कुछ दृश्यों में शब्दों को मूक कर दिया गया है।"
वहीं इस खबर की पुष्टि करते हुए बालाजी के तनुज गर्ग ने मिरर को बताया, "फिल्म में कुछ दृश्यों की काट-छांट के बाद, यू/ए प्रमाण पत्र के साथ मंजूरी दे दी गई है।"