लेकिन उनकी मुश्किल ये है कि फिल्म में निर्देशक चाहतें है कि वह अपनी वास्तविक आँखों के बजाय ब्राउन आँखों में दिखे और इसके लिए उन्हें लेंस पहनने के लिए कहा जा रहा है।
हालाँकि स्नेहा लेंस में बहुत असहज महसूस कर रही हैं, लेकिन बावजूद इसके उन्हें कई घंटों के शूट के दौरान लेंस लगाने पड़ रहें हैं।