अक्षय ने कहा, "मुझे लगता है कि मार्शल आर्ट का प्रमाणपत्र, भौतिक विज्ञान या गणित के प्रमाणपत्र से ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया , मैं लड़के-लड़कियों के लिए मार्शल आर्ट को अनिवार्य विषय बनाने के लिए सरकार से बातचीत कर रहा हूं। मैं उस दिन के इंतजार में हूं, जब हर छात्र कम से कम तीन साल तक मार्शल आर्ट सीखेगा। यह मेरा सपना है।"
बैंकॉक से मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेने वाले अक्षय ने कहा, "मैं जिस बात में यकीन करता हूं, वह करता हूं। मैं मार्शल आर्ट में यकीन करता हूं, इसलिए इसे बढ़ावा दे रहा हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं इसमें अपना धन लगाना चाहता हूं। मेरे लिए मार्शल आर्ट का मतलब पैसा कमाना नहीं है। इसने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मेरे पास मेरा खुद का टूर्नामेंट है। मैं दुनियाभर के छात्रों को आमंत्रित करता हूं। यहां तक मैं अपने छात्रों को जापान भी भेजता हूं। मैं चाहता हूं कि बच्चों को स्कूल में मार्शल आर्ट सिखाई जाए।"
अक्षय खुद भी मार्शल आर्ट का अभ्यास करते हैं और अपने बेटे आरव को भी सिखाते हैं। अक्षय ने बताया, "हां, मेरे बेटे के पास ब्राउन बेल्ट है। अभी उसने राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में जूडो में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। मैं एक गौरवशाली पिता हूं। मुझे खुशी है कि वह यह कर रहा है।"