नए निर्देशों के अनुसार अब फिल्म के अश्लील और आपत्तिजनक दृश्यों को धुंधला करने के बजाय पूरी हटा दिया जाएगा। वहीं फिल्म में प्रयोग किये जाने वाले भद्दे और आपत्ति जनक शब्दों को बीप करने के बजाय मूक कर दिया जाएगा।
सोमवार को निर्माण संघ के सदस्यों के साथ इस सूचना को सांझा किया गया। वहीं भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्माता परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास मोहन ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा, "हमने अपने सदस्यों को यह सूचना दे दी है। कुछ फिल्म निर्माताओं के निर्देशों के पालन ना करने के कारण अब सीबीएफसी ने आपत्तिजनक दृश्यों को धुंधला करने के बजाय फिल्म से हटा दिए जाने के निर्देश दे दिए हैं।"
इसी से जुडी एक घटना याद हो तो उसमें, सेंसर बोर्ड ने डेढ़ इश्किया के अरशद वारसी के वेश्यालय दृश्य को धुंधला करने के निर्देश दिए थे। लेकिन इस बात का पता बाद में चला की सेंसर बोर्ड के इस फरमान को फिल्म निर्माता-निर्देशकों ने गंभीरता से नहीं लिया। वहीं एक और दूसरा मामला हिमेश रेशमिया के ग्रह-निर्माण में बानी फिल्म 'एक्सपोज़' का भी है।