अभिनेता सैफ अली खान एवं दिनेश विजन की निर्माण कंपनी के बैनर तले बन रही फिल्म के जरिए बस्तर और जगदलपुर के तीरथगढ़, सरगीपाल जंगल, धनोरा गांव का माहौल पहली बार बॉलीवुड की फिल्म में देखने को मिलेगा।
बस्तर के दृश्य से पहले फिल्म के हीरो अरमान जैन और नायिका दीक्षा सेठ की एंट्री रायपुर रेलवे स्टेशन से होती है। इसके बाद वे बस से बस्तर जाने के लिए निकलते हैं। इसी बस में बस्तर के रंगकर्मी शिवप्रकाश सीजी के कुछ संवाद शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के रंगकर्मी शिवप्रकाश सीजी ने बताया कि कांकेर के मूर्तिकार अजय मंडावी और इप्टा से जुड़े लोगों से फिल्म के निर्देशक आरिफ अली की बात होती थी । वे एक बार बस्तर घूमने आए थे। इसी दौरान उनका मन यहां की वादियों में फिल्म शूट करने का बना। बाद में मंडावी के माध्यम से ही रंगकर्मी कु. पुण्यवती, राजेश श्रीवास्तव, अविनाश, शिवशंकर पिल्लई, उमाशंकर, दीपक, तनुश्री, अनूप, ज्योति पटवा, मनीष श्रीवास्तव एवं बाल कलाकार के रूप में वर्षा, मो. इम्तियाज को भी काम करने का अवसर मिला।
सीजी ने बताया फिल्म शूटिंग के दौरान 200 लोगों की टीम दो होटलों में ठहरी थी। यहां से सभी कलाकार 10 दिनों तक रोज चार बजे सुबह ही निकलते और सुबह छह बजे तय लोकेशन में पहुंचकर काम शुरू करते थे । दर्शक बस्तर के ग्रामीण अंचल की झलक पहली बार किसी बॉलीवुड फिल्म में देखेंगे।
शूटिंग के दौरान सैफ अली खान और दिनेश विजन तो नहीं आए, लेकिन बाकी जितने भी कलाकारों का दृश्य शूट होना था, सभी सेट पर मौजूद रहते थे। ए.आर. रहमान के गीतों में बस्तर के माहौल को देखा जा सकेगा। बस्तर वासियों को इस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार है।