फिल्म में अपने बोल्ड सीन्स से मीडिया में और दर्शकों के बीच तहलका मचाने वाली सुरवीन ने अपने कुछ दृश्यों के बाद उन पर पड़े नकारात्मक प्रभाव को बयान किया है।
दरसल उन्होंने अपने दृश्यों को जीवंत बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। लेकिन इसके बाद उनका नर्वस ब्रेकडाऊन हो गया। फिल्म में सुरवीन के किरदार को इतनी निर्दयी यातनाओं से गुज़रा हुआ दिखाया है। इसे बड़ी स्क्रीन पर मुकम्मल बनाने की चाह में सुरवीन उसमें जी जान से जुट गई। इसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें अस्थायी रूप से मानसिक आघात से गुज़रना पडा।
गौरतलब है कि इसकी पुख्ता जानकारी खुद सुरवीन ने ही दी है। सुरवीन ने खुद यह बात स्वीकार की है कि फिल्म में दिखाये गये बलात्कार के सीन्स से वह काफी सकते में आ गयीं थी।
सुरवीन ने कहा, "जब मुझे सुशांत सिंह के साथ बलात्कार का वह सीन शूट करना था तो एक बार मुझे ऐसा लगा जैसे वो सीन न होकर ज़िंदगी की सच्चाई हो। उस किरदार में ऐसे खो गयी थी और उस दर्द को अपने अंदर महसूस करने लगी।"
उन्होंने आगे कहा, "यहाँ तक कि उसके बाद मेरे ज़ेहन में उन सभी औरतों के ख्याल आने लगे जो सचमुच में इस तरह की दरिन्दगी से गुज़रती हैं। मैंने उस दरमियां ना सिर्फ उनके दर्द को महसूस किया बल्कि एक औरत की लाचारी को भी समझा।"