सलमान ने एक साक्षात्कार में कहा, "स्टारडम हर तीन साल में एक बार आता है, और इस समय में कोई भी किसी को पछाड़ सकता है। मुझे लगता है कि जब तक स्टारडम रहता है, तभी तक काम रहता है, और जब तक काम रहता है तभी तक पैसा रहता है, और तभी यहाँ 'बीइंग ह्यूमन' भी रहता है।"
वह कहते हैं कि अपने इस कार्य में वह काफी आगे बढ़ाना चाहते हैं, "मैं इसे अभिनेताओं के लिए और मुश्किल बनाना चाहता हूँ, आख़िरकार मेरा मकसद 'बीइंग ह्यूमन' को एक अलग मुकाम पर ले जाना है। और मैं इसके लिए बहुत संघर्ष कर रहा हूँ। मैंने जीवन में कभी भी इतनी मेहनत नहीं की।"
"बीइंग ह्यूमन के लिए हम चीजों को बिलकुल 'सीएसआर' के जैसे लेने की कोशिश कर रहे हैं। मैं इसे एक ऐसे स्तर पर ले जाना चाहता हूँ, जहाँ से एक चैरिटेबल ट्रस्ट की सफलता और परिमाण तक किसी का भी पहुंचना ना-मुमकिन हो जाए।"
जहां सलमान चैरिटी जैसे कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, वहीं कुछ अभिनेता ऐसे भी हैं, जो इस तरह कार्यों में बिलकुल रूचि नहीं रखते। उनके लिए सलमान का कहना है, "मैं चाहता हूँ कि सभी अभिनेता अपनी-अपनी चैरिटेबल ट्रस्ट शुरू कर दे और इसमें मुझे मात देकर दिखाएँ। जो मैंने 'बीइंग ह्यूमन' के लिए किया है उसे नष्ट कर के दिखाए। मुझे ख़ुशी मिलेगी जब वह मुझे बीइंग ह्यूमन में हराकर दिखाएंगे।