इमरान ने कहा, "चीजें करने के पीछे हमेशा पैसा होता है। मैं मुफ्त में फिल्म नहीं करूंगा। पैसा महत्वपूर्ण है, लेकिन केवल पैसा ही अकेला प्रयोजन नहीं है।"
एक दशक से ज्यादा समय के अभिनय के सफर में इमरान ने 'मर्डर', 'राज', 'वंस अपॉन ए टाइम मुंबई' जैसी सफल फिल्में की हैं। इमरान को लगता है, "अगर आप पैसे के लिए फिल्म करते हैं, तो यह कभी काम नहीं करती, क्योंकि ऐसी फिल्में भी हैं जिनमें मुझे दोगुना पैसा मिला, लेकिन मैंने नहीं की।"
ऐसा इसलिए है क्योंकि अभिनेता अच्छी पटकथा को प्राथमिकता देते हैं और सोचते हैं कि यह फिल्म पूरी तरह पैसा वसूल होगी।
इमरान ने कहा, "इसलिए सब कुछ पैसे पर निर्भर नहीं है। पैसा महत्वपूर्ण है, लेकिन एक निश्चित बिंदु तक। आपको अच्छी फिल्में बनाने और दर्शकों को खुश रखने की जरूरत होती है।"
इमरान की कॉमेडी फिल्म 'घनचक्कर' असफल रही थी। उन्होंने कहा कि उनके दर्शक उन्हें उत्तेजक दृश्यों के साथ देखना चाहते हैं। इसलिए मैं उनके लिए 'राजा नटवरलाल' लेकर आया हूं। जाहिर है वे 'घनचक्कर' में खुश नहीं हुए थे।"
उन्होंने कहा, "लेकिन अगर मैं केवल 'राजा नटवरलाल' जैसी फिल्में ही करूंगा तो बतौर अभिनेता आगे नहीं बढ़ पाऊंगा। इसलिए बतौर अभिनेता आगे बढ़ने के लिए कुछ और करने की जरूरत है।"
'राजा नटवरलाल', निर्देशक कुणाल देशमुख के साथ इमरान की चौथी फिल्म है। इमरान कहते हैं, "उनके साथ यह मेरी चौथी फिल्म है, हम दोनों एक दूसरे को समझते हैं।"
यूटीवी मोशन पिक्चर्स के बैनर तले बनी 'राजा नटवरलाल' में परेश रावल और के के मेनन भी नजर आएंगे। फिल्म 29 अगस्त को सिनेमाघरों में उतरेगी।