इस मामले में तलाक की अर्जी दाखिल करने वाले वकील दीपेश मेहता का कहना है, "यह बेहद दुर्भाग्य की बात है कि इस तरह की झूठी और बकवास बातें मीडिया में फ़ैल गई हैं।"
उन दोनों का वकील होने के नाते मैं आपको बता सकता हूँ, "वह दोनों ही परिपक्व लोग हैं, और जिम्मेदार माता-पिता हैं। उनके बीच का वित्तीय मामला उनका अपना बेहद व्यक्तिगत है। ऐसे में लोगों को उनके मामले को व्यक्तिगत ही रहने देना चाहिए।"
वहीं सुजैन की वकील मृणालिनी देशमुख का भी कहना है कि 400 करोड़ की गुजरा भत्ता वाली बातें सिर्फ अफवाह हैं।