एक साक्षात्कार के दौरान भगत ने पटकथा लेखन, नए उपन्यास और अपनी योजनाओं के बारे में विस्तार से बात की। पेश है उसके महत्वपूर्ण अंश :
आपने पहली बार किसी फिल्म की पटकथा लिखी है। क्या अपने इस अनुभव को साझा करेंगे?
बेहद बेहतरीन अनुभव रहा। फिल्म उद्योग की एक बड़ी परियोजना में सुपरस्टार के साथ काम करने का मौका मिला। पटकथा लेखन को मैंने चुनौती के रूप में स्वीकार किया था और इससे मुझे भविष्य में काफी मदद मिलेगी। इस दौरान मैंने साजिद नाडियाडवाला से बहुत कुछ सीखा।
इस फिल्म की तुलना इसकी असली तेलुग फिल्म से आप किस प्रकार करेंगे?
हमें असली फिल्म की अवधारणा पसंद है, जिसमें एक युवक अपनी खुराफातों के लिए जीता है। हालांकि हिंदी में हमने इसे और बेहतर बनाने की कोशिश की है। चरित्रों की गहराई, कहानी की प्रासंगिकता और प्रस्तुति स्टाइल को बेहतर करने का प्रयास किया गया है। साजिद नाडियाडवाला इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट रहते हैं कि उन्हें क्या करना है और उनकी टीम उसे अंजाम देने में उनकी मदद करती है।
फिल्म की पटकथा लिखने में सलमान के स्टारड़म से क्या अपको कोई मदद मिली?
यह बात हमारे दिमाग में स्पष्ट थी कि हम एक सुपरस्टार को लेकर फिल्म बना रहे हैं और उनके प्रशंसकों को निराश नहीं करना है। अंतत: हमने ऐसी पटकथा लिखी, जो सलमान के अनुरूप थी।
आपके सभी उपन्यासों पर फिल्में बनीं। उनमें से आपको कौन सी फिल्म पसंद है?
यह बेहद कठिन सवाल है। लेकिन अगर मुझे किसी एक को चुनना पड़ा, तो मैं बेशक 'काई पो चे' को ही चुनूंगा। इसे बनाना बेहद मुश्किल काम था, लेकिन अंतत: एक खूबसूरत फिल्म बनी।
फिल्म निर्देशन के बारे में आपका क्या खयाल है?
जल्द तो नहीं। अभी मैं बहुत कुछ लिखना चाहता हूं। जब लगेगा कि करना चाहिए, तो जरूर करूंगा।
अपने अगले उपन्यास के बारे में कुछ बताइए?
वह एक ग्रामीण लड़के और एक शहरी लड़की की प्रेम कथा है, जो अक्टूबर महीने में आएगा।
इसका शीर्षक 'हाफ गर्लफ्रेंड' क्यों है?
इसके लिए आपको किताब पढ़नी पडेगी।