फिल्म में अपने किरदार पर उन्होंने बेहद मेहनत की है। हैदर की कहानी शेक्सपियर की किताब हैमलेट पर आधारित है। शाहिद ने अपने किरदार हैदर को बेहतर समझने के लिए हैमलेट भी पढ़ा।
वे शेक्सपियर के लेखन से इतने प्रभावित हुए कि हैमलेट के बाद वे शेक्सपियर की और भी किताबें पढ़ने लगे। उन्होंने जब किताबें पढ़ी तो एहसास किया कि शेक्सपियर की कहानी तो बेहतरीन होती ही हैं साथ ही उनके हर किरदार एक दूसरे से कितने अलग और प्रभावशाली हैं।
इन किताबों के ज़रिये शाहिद को इंसान और जीवन के एक अलग-अलग पहलुओं को पढ़कर जानने का मौका मिल रहा है। आए दिन शेक्सपियर की किताबों में शाहिद की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। उन्होंने शेक्सपियर की किताबों की अच्छी कलेक्शन इकट्ठी कर ली है। इससे जब उनका मन करेगा वे इन किताबों को पढ़ सकेंगे।