कुमार की गिरफ्तारी ने फिल्मों के प्रमाण-पत्र आवंटन में बड़े पैमाने पर फैले भ्रष्टाचार का पिटारा खोल दिया है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को रिश्वतखोरी के मामले में सीबीएफसी के सीईओ कुमार के मुंबई स्थित आवास की तलाशी ली थी।
सीबीआई ने सीबीएफसी के सलाहकार पैनल और सेंसर प्रमाणपत्र के अधिकृत एजेंट श्रीपति मिश्र को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। मिश्र पर छत्तीसगढ़ की क्षेत्रीय फिल्म 'मोर दौकी के बिहाव' को 15 अगस्त, 2014 को प्राथमिकता के आधार पर रिलीज कराने के लिए 70,000 रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है।
मिश्र और सीबीएफसी सलाहकार पैनल के अन्य सदस्य को एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें बुधवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उन दोनों को कुमार की ओर से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। एक सीबीआई अधिकारी ने कहा, "तीन आरोपियों के घर की भी तलाशी ली गई थी।"